1. ऑस्ट्रेलिया बनाम साउथ अफ्रीका (1999)
विश्व कप का सबसे चर्चित मैच 1999 में हुए विश्व कप के दाैरान देखने को मिला था। दूसरा सेमीफाइनल ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच बर्मिंघम में खेला गया। यह मैच टाई रहा लेकिन बावजूद इसके आस्ट्रेलिया फाइनल में जगह बना गया। साउथ अफ्रीका ने टाॅस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया। उनका यह फैसला सही साबित भी हुआ क्योंकि टीम के गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को 49.2 ओवर में 213 रनों पर ढेर कर दिया। साउथ अफ्रीका को लगा कि मैच आसानी से जीत लिया जाएगा लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने शेन वाॅर्न की करिश्माई गेंदबादी बूते मैच का पासा पलट दिया। गेंदबाजों ने साउथ अफ्रीका के एक के बाद एक विकेट झटकते हुए 213 पर ही ढेर कर मैच टाई करवा दिया। रेटिंग के आधार पर ऑस्ट्रेलिया को फाइनल का टिकट मिल गया और साउथ अफ्रीका जीतती हुई हार गई। वाॅर्न ने 10 ओवर में महज 29 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किए थे।
2. न्यूजीलैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया (2015)
विश्व कप 2015 में न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच टूर्नामेंट का हुआ 20वां मैच बेहद दिलचस्प रहा। मुकाबला भी ऐसा कि अंत तक फैंस की सांसे अटकी रहीं कि आखिरी काैन सी टीम बाजी मारेगी। यह मैच 28 फरवरी को आकलैंड में खेला गया जहां आस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 151 रन बनाए। ट्रेंट बोल्ड ने न्यूजीलैंड के लिए 10 ओवर में 27 रन देकर 5 विकेट निकाले। जवाब में न्यूजीलैंड की ओपनिंग जोड़ी के बीच 40 रनों की साझेदारी हुई। जीत पक्की लग रही थी लेकिन तभी तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने अचानक मैच ऑस्ट्रेलिया की ओर मोड़ दिया। 146 रनों पर न्यूजीलैंड के 9 विकेट गिर गए। लेकिन केन विलियमसन ने अकेले मैच जितवा दिया। उन्होंने नाबाद 45 रनों की पारी खेली। स्टार्क ने 9 ओवर में 28 रन देकर 6 विकेट लेते हुए ऑस्ट्रेलिया के लिए खतरा पैदा कर दिया था।
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3. भारत बनाम इंग्लैंड (2011)
साल 2011 का विश्व कप भारत ने अपने नाम किया। इस दाैरान अगर किसी मैच ने सबकी सांसे थमाई तो वो भारत-इंग्लैंड के बीच ग्रुप बी में 27 फरवरी को खेला गया मैच था। यह मैच चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुआ जिसमें भारत हारता हुआ बचा। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 338 रन बना डाले। सचिन तेंदुलकर ने 120 रनों की पारी खेली। भारत के पास शानदार गेंदबाज थे जिसे देख जीत आसान लग रही थी लेकिन इंग्लैंड के ओपनर एंड्रयू स्ट्राॅस की विस्फोटक पारी ने नींद उड़ा दी। देखते ही देखते इंग्लैंड जीत के करीब पहुंच गया। आखिरी ओवर में इंग्लैंड को जीत के लिए 14 रन चाहिए थे, लेकिन शुक्र था जहीर खान का जिन्होंने मैच हारने से बचा लिया। जहीर ने 13 रन दिए और मैच ड्रा पर रूका। स्ट्राॅस ने 145 गेंदों में 158 रन बनाए, जिसमें 18 चाैके व 1 छक्का रहा लेकिन उनकी पारी पर इंग्लैंड के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने पानी फेर दिया। उधर भारतीय फैंस को चिंता सता गई कि कहीं मैच हार ना जाएं।
4. साउथ अफ्रीका बनाम श्रीलंका (2007)
2007 विश्व कप के सुपर-8 में साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के बीच उस समय का सबसे खतरनाक मैच देखने को मिला था। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया लेकिन उनका टाॅप आर्डर फेल हो गया और पूरी टीम 209 रन ही बना सकी। तिलकरत्ने दिलशान ने 58 तो रसेल अर्नोल्ड ने 50 रन बनाए। लक्ष्य आसान था लेकिन साउथ अफ्रीका को इसे जीते के लिए एड़ी तक का जोर लगाना पड़ गया। जैस कैलिस की 86 और हर्शल गिब्स की 31 रन की पारी ने जीत तय कर दी थी लेकिन अचानक अंत में जाकर उनके विकटों की झड़ी लग गई। 206 रनों पर 5 आउट थे। जीतने के लिए 4 रन चाहिए थे, लेकिन देखते ही देखते साउथ अफ्रीका को 4 रन बटोरने के अंदर 5 झटके लग गए। 207 रनों पर साउथ अफ्रीका के 9 विकेट गिर चुके थे और जीत के लिए चाहिए थे सिर्फ 3 रन। यह तो शुक्र है कि राॅबिन पीटर ने चाैका लगा दिया वरना मैच हाथ से जाता दिख रहा था।
5. इंग्लैंड बनाम साउथ अफ्रीका (2011)
लो स्कोरिंग मैच हमेशा रोमांचक साबित होता है यह साबित हुआ था 2011 के विश्व कप के 21वें मैच में जब इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका का आमना-सामना हुआ। चिदंबरम स्टेडियम में इंग्लैंड ने टाॅस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया, लेकिन उनका फैसला साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों ने गलत साबित कर दिया। इंग्लैंड की पूरी टीम 171 रनों पर ढेर हो गई। लेकिन जब आसान लक्ष्य का पीछा करने साउथ अफ्रीका आई तो उनका हर्श भी इंग्लैंड के बल्लेबाजों की तरह देखने को मिला। कभी एक टीम का पलड़ा भारी दिखा तो कभी दूसरी का। हालांकि अंत में इंग्लैंड के गेंदबाज कामयाब हुए और उन्होंने साउथ अफ्रीका को 165 रनों पर ढेर कर 6 मैच रहते लो स्कोरिंग मैच अपने नाम कर लिया। इस मैच के हीरो रहे थे स्टुअर्ट ब्राॅर्ड जिन्होंने 6.4 ओवर में 15 रन देकर 6 विकेट निकाल डाले।