नई दिल्ली। भारत को पर्थ टेस्ट में सबसे ज्यादा तंग करने वाले नाथन लियोन को भारतीय टीम की खराब रणनीति का भी खूब फायदा मिला। बिना किसी स्पिनर के खेल रहा भारत जहां हनुमा विहारी जैसे पार्ट टाइम स्पिनर के द्वारा कंगारूओं को तंग करने में नाकामयाब रहा तो वहीं नाथन लियोन दोनों ही पारियों में भारत पर कहर बनकर टूटे। इसने नाथन लियोन की गेंदबाजी को दोनों टीमों के फर्क के रूप में और अधिक उभारने में मदद की।
ये मानना किसी ओर का नहीं, बल्कि इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया की ओर से कुछ अच्छी पारियां खेलने वाले बल्लेबाज ट्रेविस हेड का है। लियोन ने भारत के खिलाफ एक बार फिर से एक पारी में पांच विकेट लेकर रिकॉर्ड बना दिया। उन्होंने भारत के खिलाफ सातवीं बार पांच विकेट लेकर श्रीलंका के स्पिनर मुथैया मुरलीधरन की बराबरी कर ली। जबकी 334 टेस्ट विकेटों के साथ ही दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज एलन डोनाल्ड (330 विकेट) को पीछे छोड़ दिया।
ट्रेविस हेड ने इस दौरान नाथन लियोन द्वारा कोहली और रहाणे को आउट करने के बारे में खास तौर पर चर्चा की। इन विकेटों ने भारत को काफी नुकसान पहुंचाया था। कोहली आम तौर पर स्पिनर्स को काफी अच्छा खेलते हैं, लेकिन अक्सर देखा गया है कि वे नाथन लियोन के खिलाफ थोड़ा रक्षात्मक रहना ज्यादा पसंद करते हैं। लियोन की गेंदबाजी में गति की विविधता उनको और मारक बनाती है। कोहली ने भी बाद में स्वीकार किया था कि गेंदबाजी में चतुराई से गति परिवर्तन खेलना खासा चुनौतीपूर्ण रहा।