कीवी टीम ने हर कोशिश को किया नजरअंदाज
पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच रद्द हुए इस दौरे से पाकिस्तानी खिलाड़ियों में खासा नाराजगी देखने मिल रही है। इस फेहरिस्त में पाकिस्तान के हरफनमौला खिलाड़ी अहमद शहजाद ने ट्विटर पर लिखा कि न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड और सरकार के दौरे को रद्द करने का फैसला दिल तोड़ने वाला है जो कि पीसीबी के लिये काफी जरूरी था। हमारे पीएम ने खुद फोन कर सुरक्षा इंतजाम की जानकारी ली लेकिन उसके बावजूद न्यूजीलैंड सरकार नहीं मानी। कीवी टीम ने पाकिस्तान की ओर से की गई गई हर कोशिश को नजरअंदाज किया। क्या वाकई में उन्हें सुरक्षा का खतरा था या फिर यहां पर कुछ और कोशिश की जा रही है।
क्रिकेट के लिये सबसे सुरक्षित है पाकिस्तान
वहीं पाकिस्तान के एक अन्य खिलाड़ी फखर जमान ने भी दौरे के कैंसिल होने को लेकर अपनी राय रखी है और लिखा कि पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति काफी शानदार और संतोषजनक है। वहीं न्यूजीलैंड की टीम के अद्भुत स्तर की सुरक्षा थी। हर तरह के आश्वासन और संतोषजनक वादे के बावजूद न्यूजीलैंड की टीम ने आखिरी मिनट में दौरे को कैंसिल करने का फैसला किया जो कि न्यूजीलैंड की टीम तरफ से लिया गया बेहद खराब फैसला है। पाकिस्तान के पास क्रिकेट के लिये सबसे सुरक्षित माहौल है।
फैन्स के चेहरे पर खुशियां ला सकती थी यह सीरीज
पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने भी इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए लिखा कि वो सीरीज के अचानक स्थगित हो जाने के फैसले से काफी निराश हैं क्योंकि इस सीरीज के जरिये लाखों पाकिस्तान क्रिकेट फैन्स के चेहरों पर मुस्कान आ सकती थी। मुझे हमारे देश की सुरक्षा एजेंसियों की ताकत और क्षमता पर पूरा भरोसा है। वह हमारे देश का गर्व हैं और हमेशा रहेंगी। पाकिस्तान जिंदाबाद।
साजिश का हिस्सा तो नहीं बना न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड
वहीं पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड को लताड़ लगाते हुए कहा कि जिस तरह से कीवी बोर्ड ने यह फैसला लिया है उससे साजिश की बू आ रही है।
उन्होंने लिखा,'एक अफवाह भरी कॉल के चलते आप पूरा दौरा स्थगित करके चले जाते हैं, जबकि पीएम की ओर से आश्वासन दिये जाने के बावजूद आप पर कोई असर नहीं पड़ता है। क्या आपको अपने फैसले का असर पता है। मुझे कुछ विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि मैदान पर मौजूद सुरक्षा सलाहकार टीम के लिये किये गये इंतजामात से खुश थे। ऑकलैंड में मौजूद कोई क्रिकेट से जुड़ा व्यक्ति मुझे बता सकता है कि असल में किसने दौरा रद्द करने का फैसला किया है।'