नई दिल्ली। पाकिस्तानी क्रिकेटर उमर अकमल ने खुद पर लगे तीन साल के बैन के खिलाफ औपचारिक अपील की है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की अनुशासनात्मक समिति ने उन्हें उमर अकमल को फिक्सिंग की जानकारी छुपाने के आरोप में सस्पेंड किया है। इसके बाद उमर अकमल के भाई कामरान अकमल ने इसे कार्रवाई को काफी ज्यादा बड़ा बताते हुए सजा से नाखुशी जताई थी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के संविधान के क्लोज 37 के अनुसार उमर अकमल की अपील के बाद अब पन्द्रह दिनों के अन्दर एक स्वतंत्र निर्णायक की नियुक्ति करनी होगी। यह स्वतंत्र जज निर्णय की समीक्षा करने के अलावा सजा की मात्रा भी देखेगा।
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27 अप्रैल को बैन का फैसला के बाद अपनी टिप्पणी में जज फजल-ए-मिरान चौहान ने कहा था "ऐसा प्रतीत होता है कि वह (उमर अकमल) पश्चाताप दिखाने और माफी मांगने के लिए तैयार नहीं है, यह स्वीकार करें कि वह भ्रष्टाचार रोधी संहिता, अनुच्छेद 2।4।4 के तहत अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल रहे हैं।"
अकमल पर अनुच्छेद 4.8.1 के तहत आरोप तय किए गए। पीसीबी ने अकमल के खिलाफ 20 मार्च को भ्रष्टाचार रोधी धाराओं को तोड़ने का आरोप लगाया था। अकमल ने हालांकि कहा था कि वह व्यवसाय और सामाजिक कार्यों के कारण कई लोगों से मिलते हैं और अगर इस दौरान कोई आरोपित व्यक्ति उनसे मिलता है तो वह इस बारे में जवाबदेह नहीं है।
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सबसे पहले उमर अकमल को फरवरी में बैन किया गया था। इसके साथ ही उन्हें पाकिस्तान सुपर लीग में खेलने से भी रोक दिया गया था। इस केस को अनुशासन समिति के पास भेजने पर आगे की कार्रवाई की गई। जांच और सभी तथ्य देखने के बाद 27 अप्रैल को पीसीबी के नियुक्त जज ने उन्हें तीन साल के लिए सभी तरह के क्रिकेट में हिस्सा लेने से बैन कर दिया था। हालांकि उनके पास इस फैसले के खिलाफ अपनी अपील करने का अधिकार था और इसका इस्तेमाल उन्होंने अब कर लिया है। देखना होगा कि आगे इस मामले में क्या नया मोड़ आता है।