फर्जी सूची जारी करने का आरोप :
अर्शकान पर आरोप है कि उसने एक फर्जी सूची जारी की थी। जिसमें आतंकियों के निशाने पर होने वाले लोगों के नाम शामिल थे। इनमें ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री मैल्कन टर्नबुल का भी नाम था।
सिडनी से किया गया गिरफ्तार:
पुलिस के अनुसार, 39 साल के अर्शकान को सिडनी से गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी अगस्त में न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी ग्राउंड पर मिले दस्तावेज के आधार पर की गई। उस्मान के भाई से पूछताछ की जा रही है। बरामद दस्तावेजों में आतंकी साजिश और उनकी हिट लिस्ट शामिल थी।
अर्शकान का साथी भी हुआ था गिरफ्तार:
मीडिया के अनुसार अर्शकान यूनिवर्सिटी में मोहम्मद कामर निजामदेन का साथी हैं। निजामदेन पहले ही इस मामले में गिरफ्तार हो चुका है। हालांकि, बाद में हैंडराइटिंग के दस्तावेज से मिलान नहीं करने पर उसे छोड़ दिया गया था।