नई दिल्ली। आईपीएल सीजन-14 का क्वालिफायर 2 कोलकाता नाइट राइडर्स(केकेआर) और दिल्ली कैपिटल्स के बीच शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया। मुकाबला शुरू होने से पहले दिल्ली का पलड़ा भारी दिख रहा था क्योंकि टीम पूरे सीजन में युवाओं के साथ जोश में दिखी, लेकिन मुश्किल पिच में पहले बल्लेबाजी करने आए दिल्ली के शेर ढेर होते दिखे। पिच स्पिनरों के लिए मददगार थी। ऐसे में जब दिल्ली की पारी चल रही थी तो रिषभ पंत लगातार कोच रिकी पोंटिंग के साथ मिलकर शायद यह प्लान तैयार कर रहे थे कि किसी तरह बिना विकेट खोए कुछ रन धीरे-धीरे बनाए जाएं फिर अंत में तेज खेला जाए। यहां तक कि पहले 6 ओवर के समापन के बाद मिले ब्रेक में भी बल्लेबाजों के साथ बात करते दिखे, लेकिन जब वेंकटेश अय्यर ने लक्ष्य का पीछा करते हुए तेजी से रन बनाए तो उन्होंने बता दिया कि पिच भले मुश्किल हो लेकिन इरादे आपको तेज रन बनाने के ही रखने चाहिए ताकि दवाब में ना आया जाए।
वेंकटेश अय्यर ने उड़ाए होश
दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बड़ी मुश्किल से 20 ओवरों में 5 विकेट खोकर 135 रन बनाए। सबसे ज्यादा रन शिखर धवन के बल्ले से आए, लेकिन वो 39 गेंदों में 36 थे। पृथ्वी शाॅ ने 12 गेंदों में 18 रन बनाए। तो मार्कस स्टोइनिस ने 23 गेंदों में 18 रन बनाए। श्रेयस अय्यर ने 27 गेंदों में नाबाद 30 रन बनाए। वहीं शिमरोन हेटमायर ने 10 गेंदों में 17 रन बनाए। इस तरह दिल्ली 135 तक पहुंचा। लगा कि मुश्किल पिच पर उनके गेंदबाज केकेआर को मुश्किल में डालकर मैच को रोमांचक बनाएंगे, लेकिन ओपनर वेंकटेश अय्यर ने तो उनके होश उड़ा दिए।
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जड़ डाली अहम फिफ्टी
वेंकटेश ने मैदान पर आते ही दिल्ली के गेंदबाजों पर हावी होने का काम शुरू कर दिया था। उनके इरादे दिल्ली के बल्लेबाजों से बिल्कुल अलग थे। वो जानते थे कि इस पिच पर खेलना मुश्किल हो सकता है, लेकिन उन्होंने अपने पुराने खेल को जारी रखने की मंशा बनाए रखी जिसका परिणाम यह रहा कि उन्होंने अपने आईपीएल करियर की तीसरी फिफ्टी जड़ डाली। वेंकटेश ने 41 गेंदों में 55 रनों की पारी खेली, जिसमें 4 चाैके व 3 छक्के शामिल रहे। उन्होंने आउट होने से पहले शुबमन गिल के साथ पहले विकेट के लिए 96 रनों की साझेदारी कर दिल्ली की जीत मुश्किल कर दी थी। बचा काम फिर शुबमन गिल कर गए, जो 46 रन बनाकर टीम को जीत के करीब ले गए।
हालांकि केकेआर को आसानी से जीत नहीं मिली। मैच आखिरी 4 ओवरों में रोमांचक हुआ, जब केकेआर ने 7 रनों के भीतर 6 विकेट गंवा दिए थे। आखिरी ओवर में केकेआर को जीत के लिए 7 रन चाहिए थे। ओवर की पांचवीं गेंद पर राहुल त्रिपाठी ने छक्का लगाकर टीम को जीत दिला दी, साथ ही फाइनल में जगह बना ली। इस मुश्किल पिच पर केकेआर के बल्लेबाज भी संघर्ष करते दिखे, लेकिन वेंकटेश ने अलग अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए खुद पर दवाब नहीं बनने दिया।