नई दिल्ली। पूर्व भारतीय टेस्ट सलामी बल्लेबाज और विदर्भ के अनुभवी बल्लेबाज वसीम जाफर ने मौजूदा रणजी सत्र में शानदार प्रदर्शन किया है। इस प्रदर्शन के बूते उन्होंने एक बेहतरीन उपलब्धि भी अपने नाम दर्ज कराई है। जाफर ऐसे पहले बल्लेबाज बन गए है जिन्होंने रणजी के दो अलग-अलग सत्रों में एक हजार से ज्यादा रन बनाए हों। इससे पहले जाफर 2008-09 के रणजी सत्र में अपने एक हजार पूरे कर चुके हैं। तब वे मुंबई की ओर से खेलते थे।
विदर्भ और कर्नाटक के बीच सेमीफाइनल मैच में जाफर को दोबारा एक सत्र में 1000 रन पूरे करने का मौका मिला। उन्होंने अपनी पहली पारी में 34 रन बनाये। इसके साथ ही यह अनुभवी खिलाड़ी ऐसा पहला बल्लेबाज बन गया जिसने दो रणजी सत्रों में यह डबल धमाका किया हो। जाफर के मौजूदा सीजन में अब तक 1,003 रन हो गए हैं। उन्होंने इस दौरान कुल चार शतक जड़े जबकि उनका औसत शानदार 77.15 रहा। इससे पहले जाफर ने मुंबई की ओर से खेलते हुए 1,260 बनाए थे।
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40 साल के जाफर का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में पदापर्ण 1996-97 में हुआ था। तब से उन्होंने खुद को इस फार्मेट का एक बेहद अहम खिलाड़ी बना दिया है। मुंबई में जन्मे इस खिलाड़ी ने अब तक 250 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं जिसमें उनका बल्लेबाज औसत 51.42 है जबकि उनका उच्चतम स्कोर 314 रन है। अब तक कुल 19 हजार से भी ज्यादा प्रथम श्रेणी रन बना चुके जाफर ने 57 शतक और 88 अर्धशतक लगाए हैं। पहले दिन विदर्भ के खिलाफ केरल की टीम पहली पारी में केवल 101 रन बना सकी। तेज गेंदबाज उमेश यादव ने 48 रन देकर सात विकेट झटके। खेल खत्म होने तक विदर्भ ने 5 विकेट 171 रन बना लिए थे। फैज फजल ने 75 रन बनाए।