बताया आउट करने का तरीका
विदर्भ ने नागपुर में हुए रणजी ट्राॅफी के फाइनल मुकाबले में साैराष्ट्र को हराकर खिताब पर लगातार दूसरी बार कब्जा किया। साैराष्ट्र की उम्मीद पुजारा इस अहम मुकाबले में विदर्भ के स्पिनर आदित्य सर्वते के हाथों दोनों पारियों में सस्ते में आउट हुए। पुजारा पहली पारी में 1 रन बनाकर चलते बने तो दूसरी पारी में बिना खाता खोले पवेलियन लाैट गए। पुजारा को दोनों पारियों में आउट करने वाले 29 वर्षीय सर्वते ने बताया कि हमारी योजना थी कि पुजारा को पारी की शुरूआत में पैर का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाए। उन्हें आगे बढ़कर खेलना पसंद है, इसलिए हम उनके शॉट को रोक रहे थे।
पूरी तरह से कामयाब हुई योजना
उन्होंने कहा कि मैच से पहले हमने पुजारा की बैटिंग पर अध्ययन किया था। पुजारा अपनी बल्लेबाजी की शुरुआत में थोड़े लचर रहते हैं और पूरी तरह आगे आकर नहीं खेलते हैं. हमने ऑस्ट्रेलिया दौरे में उनकी बल्लेबाजी देखी थी।' सर्वते ने कहा, ''चाय के विश्राम में सिर्फ 10 मिनट का समय बचा था और ऐसे में पुजारा पर हावी होने का शानदार मौका था। इसलिए हमने फॉरवर्ड शॉर्ट लेग लगाया। गेंद टर्न ले रही थी, इसलिए सिली प्वाइंट और स्लिप में भी फील्डर रखे, ताकि उन पर दबाव बनाया जा सके। हमारी यह योजना पूरी तरह से कामयाब भी हुई।''
सर्वते की गेंदों पर एक भी रन नहीं बना सके
इस बात ने सबको हैरान कर दिया कि आस्ट्रेलिया में भारत को सीरीज जीताने वाले पुजारा रणजी के इस गेंदबाज को खेलने में पूरी तरह से नाकाम रहे। पुजारा ने जो पहली पारी में 1 रन बनाया वो उमेश यादव के ओवर में आया था। वहीं सर्वते की एक भी गेंद पर पुजारा रन नहीं निकाल सके। सर्वते ने मैच में कुल 11 विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड से सम्मानित भी हुए।