अय्यर-आदित्य की पारी से मध्यप्रदेश हुआ मजबूत
कप्तान आदित्य ने इस दौरान 80 गेंदों का सामना करते हुए 4 चौके और एक छक्के की मदद से 70 रनों की पारी खेली लेकिन युवराज चौधरी के शानदार थ्रो के चलते रन आउट होकर वापस लौट गये। यहां से वेंकटेश अय्यर ने पारी को संभालना जारी रखा और पर्थ साहनी (24) के साथ छठे विकेट के लिये 85 रनों की साझेदारी कर टीम को 331 रन के स्कोर तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया। वेंकटेश अय्यर ने अपनी पारी के दौरान 113 गेंदों का सामना किया और 8 चौके एवं 10 छक्कों की मदद से 151 रनों की पारी खेली।
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रजनीकांत को ट्रिब्यूट किया विस्फोटक शतक
वेंकटेश अय्यर ने इस मैच के दौरान अपना शतक पूरा करने के बाद खास अंदाज में जश्न मनाया। दरअसल आज (12 दिसंबर) दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत का 71वां जन्मदिन है और वेंकटेश अय्यर ने कई मौकों पर साफ किया है कि वो इस दिग्गज अभिनेता के बहुत बड़े फैन हैं। ऐसे में जब उन्होंने अपना शतक पूरा किया तो रजनीकांत के मशहूर चश्मा पहनने की स्टाइल को कॉपी करके इसका जश्न मनाया। वेंकटेश अय्यर ने अपने शानदार शतक को थलाइवा को ट्रिब्यूट किया है। गौरतलब है कि अय्यर ने 151 रनों की पारी के अलावा इस मैच में 10 ओवर की गेंदबाजी भी कि जिसमें 64 रन देकर 2 अहम विकेट अपने नाम किये।
दो शतक लगने के बावजूद हारा चंडीगढ़
मध्यप्रदेश की तरफ से 331 रनों के स्कोर का पीछा करने उतरी चंडीगढ़ की टीम की शुरुआत भी खराब रही और उसने महज 77 रन के स्कोर पर अपने 3 विकेट खो दिये थे। लेकिन यहां से कप्तान मनन वोहरा (105) ने अंकित कौशिक (111) के साथ पारी को संभाला और चौथे विकेट के लिये 166 रनों की साझेदारी कर डाली। जब ऐसा लगा कि चंडीगढ़ की टीम मध्यप्रदेश के हाथों से मैच निकालकर ले जाने वाली है, तभी आवेश खान ने एक ही ओवर में दो विकेट ( पहले अंकित कौशिक, फिर युवराज चौधरी) लेकर टीम की वापसी करा दी तो वहीं पर वेंकटेश अय्यर ने 49वें ओवर में गुरिंदर सिंह का विकेट लेकर चंडीगढ़ को बैकफुट पर धकेल दिया। चंडीगढ़ की टीम 8 विकेट खोकर 326 रन ही बना सकी और 5 रन से मैच को हार गई।