Vijay Hazare Trophy 2021 Final Mumbai vs Uttar Pradesh Madhav Kaushik breaks Mayank Agarwal record slams 158 runs: नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की ओर से घरेलू स्तर पर वनडे प्रारूप में आयोजित की जाने वाली सबसे बड़ी ट्रॉफी विजय हजारे 2021 का फाइनल मैच उत्तर प्रदेश और मुंबई की टीमों के बीच खेला जा रहा है। उत्तर प्रदेश की टीम ने इस खिताबी मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और सलामी बल्लेबाज माधव कौशिक के नाबाद 158 रनों की पारी की बदौलत निर्धारित 50 ओवर्स में 4 विकेट खोकर 312 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया है और मुंबई की टीम के सामने जीत के लिये 313 रनों का लक्ष्य रखा है।
उत्तर प्रदेश के लिये सलामी बल्लेबाज माधव कौशिक (158) और समर्थ सिंह (55) ने शानदार तरीके से पारी का आगाज किया और पहले विकेट के लिये 122 रनों की साझेदारी की। इन दोनों के अलावा उत्तर प्रदेश के लिये आकाशदीप नाथ (55) और प्रियम गर्ग (21) ने भी उपयोगी पारियां खेलकर टीम को इस लक्ष्य तक पहुंचाने का काम किया।
और पढ़ें: IND vs ENG: बरकरार है शुबमन गिल की खराब फॉर्म, एक बार फिर बिना खाता खोले हुए आउट
इस दौरान उत्तर प्रदेश के लिये नाबाद 158 रनों की पारी खेलने वाले माधव कौशिक ने बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम करते हुए भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। माधव कौशिक ने विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल मैच में सबसे ज्यादा रनों की पारी खेलने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया, जो कि अब से पहले मयंक अग्रवाल के नाम था। मयंक अग्रवाल ने यह रिकॉर्ड अभिनव मुकुंद के रिकॉर्ड को तोड़कर साल 2014 में अहमदाबाद में 125 रन बनाकर अपने नाम किया था।
वहीं अभिनव मुकुंद ने साल 2009 में 118 रनों की पारी खेलकर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था। माधव कौशिक ने उत्तर प्रदेश के लिये 156 गेंदों में 15 चौके और 4 छक्कों की मदद से नाबाद 158 रनों की पारी खेलकर मयंक अग्रवाल के 7 साल पुराने रिकॉर्ड को अपने नाम कर लिया।
और पढ़ें: IND vs ENG: सिराज ने किया पिच के मिजाज का खुलासा, बताया- क्या है भारतीय टीम का आगे का प्लान
गौरतलब है कि यूपी के लिये अक्षदीप नाथ ने भी 40 गेंदों पर 4 चौके और 3 छक्कों की मदद से 55 रन बनाने का काम किया और टीम के स्कोर को 300 के पार पहुंचाने का काम किया। आपको बता दें कि जहां मुंबई की टीम विजय हजारे ट्रॉफी को अब तक 3 बार जीत चुकी है और चौथी बार जीतने के लिये उतरी है तो वहीं पर उत्तर प्रदेश की टीम अगर मैच जीत जाती है तो दूसरा खिताब होगा। उत्तर प्रदेश ने आखिरी बार 2005-06 में यह खिताब जीता था जबकि 2006-07 में फाइनल में उसे रेलवे के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।