हार्दिक पांड्या से तुलना कर सिर नहीं खपाना चाहते विजय शंकर
विश्व कप में टखने की चोट के चलते टीम से बाहर हो जाने वाले विजय शंकर ने साफ किया कि वह फिलहाल अपना सारा ध्यान अच्छे प्रदर्शन पर लगा रहे हैं। वह इस सोच में अपना सिर नहीं खपाना चाहते कि सीमित ओवर्स प्रारूप में हार्दिक पांड्या टीम मैनेजमेंट की पहली पसंद हैं।
एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा,'यदि मुझ पर इसका फर्क पड़ने लगे तो मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकूंगा। मेरा फोकस सिर्फ अपने मैचों और प्रदर्शन पर होना चाहिये। मैं अच्छा खेलूंगा तो लोग मेरे बारे में बात करेंगे। मैं भारतीय टीम में चुना जाऊंगा। मैं इस बारे में ही सोचता नहीं रहूंगा कि दूसरे खिलाड़ी क्या कर रहे हैं।'
लंबे समय तक भारत के लिये खेलना है मेरा लक्ष्य
घरेलू क्रिकेट में तमिलनाडु के लिये खेलने वाले इस हरफनमौला खिलाड़ी का मानना है कि वह अपने देश के लिये लंबे समय तक खेलना चाहते हैं, जिसके लिये उन्हें लगातार अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है। उल्लेखनीय है कि विजय शंकर ने घर की छत पर एस्ट्रोटर्फ विकेट लगा रखी है लेकिन लॉकडाउन के दौरान वह अभी अभ्यास नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा,'मैं लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना चाहता हूं। अच्छा प्रदर्शन करने पर ही यह संभव हो सकेगा। आम तौर पर मैं गेंद या थ्रोडाउन डालने के लिये दो या तीन लोगों को बुलाता हूं। लॉकडाउन के कारण मैं ऐसा नहीं कर पा रहा। शायद अब अभ्यास शुरू कर सकूं।'
ऑलराउंडर पोजिशन के लिये इन खिलाड़ियों के बीच है प्रतिस्पर्धा
गौरतलब है कि विश्व कप में बतौर ऑलराउंडर टीम में जगह बनाने वाले विजय शंकर टखने में चोट के चलते पूरा टूर्नामेंट खेल नहीं पाये थे। वहीं हार्दिक पांड्या भी दक्षिण अफ्रीका सीरीज के बाद से पीठ की सर्जरी के चलते टीम से बाहर चल रहे थे। उनकी जगह चयनकर्ताओं ने बायें हाथ के शिवम दुबे को जगह दी जिन्होंने अपने खेल से काफी हद तक मैनेजमेंट को प्रभावित किया है।
आपको बता दें कि इन सबके अलावा टीम में रविंद्र जडेजा पहले ही एक ऑलराउंडर की जगह पक्की किये बैठे हैं। ऐसे में बाकी तीन खिलाड़ियों के लिये एक पोजिशन के लिये प्रतिस्पर्धा मुश्किल हो जाती है, जिसमें फिलहाल तो हार्दिक पांड्या आगे निकलते नजर आते हैं।