नई दिल्ली। हार्दिक पांड्या और केएल राहुल के बाहर होने के सीधा फायदा चेन्नई के ऑलराउंडर विजय शंकर और पंजाब के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को मिला है। गिल को जहां न्यूजीलैंड दौरे के लिए टीम का हिस्सा बनाया गया है तो वहीं शंकर ऑस्ट्रेलिया में ही भारतीय टीम के साथ जुड़ जाएंगे। पिछले साल फरवरी में खेले गए निदहास ट्रॉफी टी20 टू्र्नामेंट के फाइनल में नाजुक मौकों पर अपेक्षा के हिसाब से बल्लेबाजी करने में नाकाम रहने वाले शंकर को तब भारतीय प्रशंसकों की काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी। तब माना गया था कि अभी शंकर अंतराष्ट्रीय मैचों के दबाव को झेलने के लिए तैयार नहीं हैं।
उस मैच के बाद से शंकर ने अब तक एक लंबा समय तय किया है। शंकर ने इस दौरान मिली सीख और अनुभवों के बारे में बात की है। शंकर ने कहा, 'मुझे लगता है कि मै मानसिक तौर पर पहले से ज्यादा मजबूत हुआ हूं और मुझे पूरा विश्वास है कि मैं करीबी मैचों को खत्म कर सकता हूं। भारत ए के न्यूजीलैंड दौरे ने मुझे मेरे खेल को अच्छे से समझने में मदद की है।' भारत के लिए पांच टी20 मैच खेलने वाले शंकर ने बताया, 'राहुल द्रविड़ सर ने मुझे कहा था कि उन्हें मेरी मैच खत्म करने की क्षमता पर भरोसा है। मुझे लगता है कि पांचवे क्रम पर बल्लेबाजी करना मेरे खेल के हिसाब से मुफीद है, क्योंकि मैं दो मैचों में नाबाद रहा था।' शंकर ने ये बात अपने न्यूजीलैंड दौरे के संदर्भ में कही जहां उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की थी।
शंकर ने न्यूजीलैंड में 300 से ज्यादा का लक्ष्य का पीछा करते हुए 87 रन बनाए थे। जबकि इसी दौरे पर एक अन्य मैच में उन्होंने 60 रनों की पारी खेली। शंकर के मुताबिक, 'इन मैचों में मैं जब भी बल्लेबाजी करने उतरा तब टीम को जीत के लिए 150-160 रनों की जरूरत थी। तब यह जरूरी था कि मैं अच्छी पारी खेलकर फिनिशर की भूमिका को निभाऊं।' इसके साथ ही इस ऑलराउंडर का कहना है कि वह खेल के दोनों पहलुओं पर ध्यान देते हैं। विजय हजारे ट्रॉफी के मैचों में भी उन्होंने अपने 10 ओवर का गेंदबाजी कोटा पूरा किया था। शंकर ने कहा कि इसके अलावा मैंने रणजी ट्रॉफी के मैचों में भी अच्छी गेंदबाजी की है।