नई दिल्लीः भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप में बहुत खराब प्रदर्शन के चलते फैंस को निराश कर चुकी है और क्रिकेट दिग्गजों ने भावुक अपील की है कि टीम को अभी दिल से मत उतारिए। कप्तान कोहली को सपोर्ट कीजिए जो अपना अंतिम टी20 वर्ल्ड कप बतौर कप्तान खेल रहे हैं। हार के पोस्टमार्टम के बीच यह भी निकलकर सामने आया है कि आईपीएल भी कहीं ना कहीं कठघरे में आता है। लेकिन यह फैंस का नजरिया है और भारतीय क्रिकेट इस बात से इत्तेफाक नहीं रखता। आईपीएल इतने मोटे पैसे और बड़े स्केल पर खेली जाने वाली लीग है कि इसकी आलोचना करने के लिए जो दम चाहिए वह मिलना आसान नहीं।
सिक्के का एक पहलू यह भी है कि विदेशी क्रिकेटरों ने आईपीएल की बहुत तारीफ करते हुए बताया है कि इसने उनके खेल को पॉजिटिव तरीके से प्रभावित करने में अहम भूमिका अदा की है। अब भारत के बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ का भी कहना है कि आईपीएल के बाद वर्ल्ड कप कराना भारत के खराब प्रदर्शन के पीछे का कारण नहीं हो सकता।
भारतीय खिलाड़ी लंबे समय से बायो बबल का हिस्सा रहे। कुछ अहम खिलाड़ी इंग्लैंड में हुई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का भी हिस्सा रहे और फिर आईपीएल में खेलकर खुद को थकाया। क्या वाकई में कोई थकान है? क्या बबल में रहने से दिमाग पस्त हो चुका है? इन सब सवालों के जवाब धीरे-धीरे सामने आएंगे।
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वर्ल्ड कप शुरू होने से चार दिन पहले आईपीएल खत्म हुआ था। विक्रम राठौड़ ने आईपीएल के बारे में एक प्रेस कान्फ्रेस में बात की है, "मैं समझता हूं कोई भी तैयारी अच्छी होती है। आईपीएल में आपको दुनिया के टॉप प्लेयर्स के साथ खेलने का मौका मिलता है। तो ये प्रैक्टिस के लिए अच्छा मंच है। मुझे नहीं लगता आईपीएल के बाद वर्ल्ड कप कराने में कोई दिक्कत है। मुझे लगा खिलाड़ियों को अपना गेम खेलने को मिला और वे इसमें सुधार कर सकते हैं।"
वैसे सुधार की बात तो दूर, भारतीय टीम साधारण प्रदर्शन भी नहीं कर पाई क्योंकि पाकिस्तान और न्यूजीलैंड ने तबीयत के साथ टीम इंडिया को धोया है। राठौड़ कहते हैं पिछले दो मैचों में भारत के साथ कुछ दिक्कत रही है। वे कहते हैं कि हम अपने प्लान पर काम नहीं कर पाए और ये एक समस्या बनी रही। टीम की तैयारियां अच्छी थी।