धोनी-जाधव की जोड़ी का हाल यहां देखें-
आलोचना इन दोनों खिलाड़ियो की मानसिकता की हो रही है- धोनी जब 50वें ओवर में छक्का मार सकते थे तब उन्होंने 45 वें ओवर में ऐसी कोशिश क्यों नहीं की ? भारत ने 45 वें ओवर में 7 रन, 46 वें ओवर में 9 रन, 47 वें ओवर में 5 रन, 48 वें ओवर में 6 रन बनाये। निश्चित तौर पर ये किसी भी नजरिए से तर्कसंगत नहीं है। धोनी की ऐसी बल्लेबाजी के चलते सोशल मीडिया पर तुरंत इस बात की चर्चा होने लगी कि बीसीसीआई ने आईसीसी के साथ मिलकर पूरा मैच ही फिक्स कर दिया था ताकि पाकिस्तान को सेमीफाइनल में पहुंचने से रोका जा सके। आखिरी पांच ओवरों की 20 गेंदों पर केवल एक रन बने। 6 गेंदों पर तो एक भी रन नहीं बने। रिक्वायर्ड रन रेट बढ़ते जा रहा था और धोनी- जाधव ठुक-ठुक कर रहे थे।
रोहित ने क्या कहा-
धोनी के करियर में ऐसा कभी नहीं हुआ कि टीम इंडिया के किसी खिलाड़ी ने उनकी धीमी या समझ से परे बैटिंग पर कोई सवाल तक उठाने की कोशिश भी की हो। उल्टा ये देखा गया है कि सभी खिलाड़ी मिलकर अंत में धोनी का बचाव करने की होड़ लगाते नजर आते हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ है। धोनी के बचाव में रोहित शर्मा का कहना है- 'जब धोनी और जाधव बल्लेबाजी करने आए तो वे बाउंड्री मारने की कोशिश कर रहे थे लेकिन पिच धीमी होने के कारण ऐसा हो नहीं सका। अंत में पिच काफी धीमी हो गई थी लेकिन हम इंग्लिश टीम को क्रेडिट देना चाहेंगे जिन्होंने हालातों का फायदा बखूबी उठाया।'
कोहली क्या बोले-
इसके अलावा कप्तान कोहली ने धोनी का हर हालातों में बचाव करने की नीति इस बार भी कायम रखी। उन्होंने यहां तक कह दिया कि उनकी नजरों में तो धोनी ने गेंद को बाउंड्री तक पहुंचाने के लिए बहुत कोशिशें की। लेकिन कोहली ने तुरंत ही पासा इंग्लिश गेंदाबाजों की ओर फेंकते हुए कहा- उन्होंने बहुत ही अच्छी गेंदबाजी की।' हालांकि अच्छी बात यह रही कि कोहली मानते है कि टीम को अब मिलकर चीजों पर काम करने की जरूरत है और अगले मैच में सुधार करने की जरूरत है। आपको बता दें कि धोनी और जाधव ने हर गेंद पर सिंगल्स निकालने की नीति अपनाई थी और जब लक्ष्य भारत की पहुंच से दूर हो गया तो धोनी ने अंतिम ओवर में छक्का मार दिया था।
वर्ल्ड कप के बीच डेविड वार्नर को मिली बड़ी खुशखबरी, पत्नी ने दिया तीसरी बेटी को जन्म