पहले भारतीय नहीं बल्कि पहले एशियाई कप्तान..
भारतीय कप्तान कोहली के लिए यह साल बल्लेबाज के तौर पर जबरदस्त रहा है। वहीं, कप्तान के तौर पर उन्होंने एक नई कीर्तिमान को छू लिया है। कोहली ने अपनी कप्तानी में एडिलेड टेस्ट जीतकर ऐसे पहले एशियाई कप्तान बनने का गौरव हासिल कर लिया जिसने अपनी कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को उनकी ही धरती पर टेस्ट मैच में हराया।
दक्षिण अफ्रीका की जीत
कोहली की कप्तानी में भारत ने 2018 में ही इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट मैच जीत हासिल की थी। भारत ने इन दोनों ही दौरों पर एक एक टेस्ट में जीत दर्ज की थी। दक्षिण अफ्रीका में भारत ने तीन टेस्टों की सीरीज का अंतिम मैच जोहांसबर्ग में जीता था। भारत इस मैच को जीतने के बावजूद भी सीरीज में 1-2 से हार गया था। इस सीरीज में कोहली सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने थे। उन्होंने 47.67 की औसत से तीन मैचों में 286 रन बनाए।
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इंग्लैंड में टेस्ट जीत
जबकी इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भी भारत ने शुरू के दो टेस्टों में हार के बाद तीसरे मैच में वापसी करते हुए जीत दर्ज की। नॉटिंघम में खेल गए इस मैच में भारत ने इंग्लिश टीम को 203 रनों से हराया था। हालांकि भारत ने पांच मैचों की यह सीरीज भी 1-4 से गवां दी थी। लेकिन, एक बार फिर से कोहली इस सीरीज में भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बनकर उभरे थे। उन्होंने पांच मैचों की दस पारियों में 59.30 की औसत से कुल 593 रन बनाए।
'इस बार केवल जीत से ही संतुष्ट नहीं होंगे'
कोहली ने एडिलेड मैच जीतने के बाद कहा कि विदेशी धरती पर केवल 4 गेंदबाजों की सहायता से हर पारी में 20 विकेट लेना एक ऐसी चीज है जिस पर हम गर्व कर सकते हैं। ये तब और भी ज्यादा खास हो जाता है जब आपको पिच से ज्यादा सहायता ना मिल रही हो। लेकिन, हमको ऐसा ही खेल लगातार दोहराने की जरूरत है। केवल एक टेस्ट जीत से ही हम संतुष्ट नहीं हो सकते हैं। कोहली ने कहा कि जीत से हम खुश हैं लेकिन हमको इसे आगे तक कायम रखना होगा।