ब्रैंड वैल्यू घटने के डर से कोहली नहीं दे रहे वनडे की कप्तानी
कुछ दिग्गजों का मानना है कि कोहली को सिर्फ टी20 प्रारूप के बजाय पूरे सीमित ओवर्स प्रारूप की कप्तानी से इस्तीफा देना चाहिये था। हालांकि टी20 विश्वकप में अगर कोहली का प्रदर्शन खराब रहता है तो वनडे प्रारूप से भी उनकी कप्तानी छिन सकती है।
इस बीच द टेलिग्रॉफ में छपी ताजा खबरों की मानें तो 32 वर्षीय विराट कोहली सीमित ओवर्स प्रारूप की कप्तानी को पूरी तरह से सिर्फ इस कारण अलविदा नहीं कह रहे हैं क्योंकि इससे उनके ब्रैंड वैल्यू पर असर पड़ेगा और उसमें कटौती नजर आयेगी। इसी पर बात करते हुए मार्केट एक्सपर्टस ने उन अटकलों का जिक्र किया है जिसका इस्तेमाल कर सचिन तेंदुलकर की ब्रैंड वैल्यू पर कभी कोई असर नहीं पड़ा था।
तेंदुलकर की तरह कोहली की ब्रैंड वैल्यू पर भी नहीं पड़ेगा असर
क्रिएटिजीस कम्यूनिकेशन्स के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर नावरोज डि ढोंढी ने कहा,'जब सचिन तेंदुलकर ने कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया था तो उसके बाद भी उनकी ब्रैंड वैल्यू नहीं घटी थी। कुछ ऐसा ही विराट कोहली के लिये भी लागू होता है। अगर वो वनडे प्रारूप की कप्तानी से भी इस्तीफा दे देते हैं तो उनके ब्रैंड वैल्यू पर थोड़ा असर पड़ सकता है लेकिन कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा।'
इस बीच बीसीसीआई ने इस पूरे मुद्दे पर चुप्पी साधी हुई है और अब तक कोई बयान नहीं दिया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह ने विराट कोहली के फैसले को लेकर धन्यवाद कहा है और क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में उनके योगदान के लिये जमकर तारीफ की है। हालांकि दोनों में से किसी ने भी उनकी वनडे और टेस्ट कप्तानी को लेकर कुछ भी नहीं कहा है।
विवाद से दूर रहना चाहती है भारतीय टीम
गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अभी तक कोहली के रिप्लेसमेंट के रूप में नये कप्तान का ऐलान नहीं किया है जबकि टीम के उपकप्तान और 5 बार के आईपीएल विजेता रोहित शर्मा इस पद के लिये पसंदीदा दावेदार नजर आ रहे हैं। इस बीच केएल राहुल, ऋषभ पंत और जसप्रीत बुमराह कुछ ऐसे ही खिलाड़ी हैं जो कि कप्तान की रेस में बने हुए नजर आ रहे हैं।
आपको बता दें कि फिलहाल भारतीय टीम किसी भी तरह के विवाद में नहीं पड़ना चाहती है और कॉन्ट्रोवर्सी से दूर रहना चाहती है ताकि टीम एक यूनिट के तौर पर टी20 विश्वकप में खिताब जीतने के लिये उतरना चाहेगी।