नई दिल्ली (विवेक शुक्ला) विराट कोहली का गुस्सा शांत होने का नाम ही ले रहा। टीम इंडिया से लेकर रायल चैंलजर्स बैंगलूर के कैप्टन विराट कोहली ने शुक्रवार को सनराइजर्स हैदराबाद के मैच के दौरान अंपायर कुमार धर्मसेना से अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
खुलासा होगा
धर्मसेना श्रीलंका के टेस्ट खिलाड़ी रहे हैं। उनके साथ कोहली का बदतमीजी करने की वजह का तो खुलासा हो जाएगा, पर साफ है कि कोहली अपने को सुधार नहीं रहे। दिक्कत ये है कि उनके खिलाफ कोई एक्शन भी नहीं होता।
जैसा कि कुछ समय पहले वन इंडिया ने कहा था कि लगता है कि विराट कोहली से मदन लाल, मनिंदर सिंह, करसन घावरी जैसे खिलाड़ी भी डरते हैं। सभी ने कोहली के एक पत्रकार के साथ आस्ट्रेलिया में गाली-गलौच करने पर जिस तरह की प्रतिक्रिया दी है, उससे साफ है कि वे कोहली से बिगाड़ना नहीं चाहते।
पंगा लेने की हिम्मत नहीं
कहने वाले कहते हैं कि पुराने खिलाड़ी उस क्रिकेटर से पंगा लेने की हिम्मत नहीं करते जो टीम का कप्तान बन चुका हो। सबको लगता है कि अगर उन्होंने कोहली की निंदा की तो क्रिकेट बोर्ड उनसे नाराज हो जाएगा। उन्हें कमेंटरी और दूसरे मोटे अनुबंध मिलने बंद हो जाएंगे।
बात करें कोहली से
हालांकि राजधानी के खेल पत्रकार डी.पी. सिंह कहते हैं कि क्रिकेट बोर्ड के किसी अधिकारी को कोहली से बात करनी चाहिए। उसे बताना चाहिए कि आवेश में आने से वह अपना ही नुकसान कर रहा है।