नई दिल्ली। भारतीय कप्तान विराट कोहली एक बेहतरीन खिलाड़ी होने के साथ साथ सामाजिक रूप से जागरूक लोगों में भी शुमार हैं। वे समय समय पर क्रिकेट से हटकर अपनी अन्य जिम्मेदारियां भी बखूबी निभाते रहते हैं। इसी तरह कोहली ने एक हाथी के लिए पत्र लिखा है, यह मामला चर्चा में बना हुआ है।
दसअसल यह मामला एक हाथी का है जिसके खिलाफ हो रहे अत्याचार पर कोहली ने आवाज उठाई है। कोहली ने गुरुवार को पीपल फोर द एथिकल ट्रीटमेंट आफ एनिमल्स (पेटा) की ओर से राजस्थान के वन एवं पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखकर 'नंबर 44' से पहचाने जाने वाले हाथी को पुनर्वास केंद्र में भेजने की मांग की है।
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हाथी पर हिंसा का मामला
ये मामला तब चर्चा में आया था जब कुछ अमेरिकी पर्यटकों के समूह ने पिछले साल जून में आमेर किले में आठ लोगों को बेहद हिंसक तरीके से हाथी को पीटते हुए देखा था और इस हाथी का इस्तेमाल अब भी सवारी ढोने के लिए किया जा रहा है।
कोहली ने पत्र में लिखा, 'पेशेवर क्रिकेटर के रूप में मुझे अपने देश का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है लेकिन जब मुझे 'नंबर 44' पर पिछले साल घृणित हमले का पता चला तो मुझे काफी शर्म महसूस हुई।'
उन्होंने कहा, 'जानवरों के खिलाफ हिंसा पूरी तरह से अस्वीकार्य है, गैरकानूनी शब्द का जिक्र करने की जरूरत की नहीं है, हमारे देश में हाथी के साथ इस तरह का बर्ताव नहीं हो सकता। मैं आपसे विनती करता हूं कि आप नंबर 44 को प्रतिष्ठित पुनर्वास केंद्र में भेजने में मदद करें जिससे कि उसे वह देखरेख मिल सके जिसकी उसे जरूरत है, वह अपने जैसे दूसरों से घुल मिल सके और चेन, उत्पीड़न और डर के बिना जी सके।'
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काम आई मुहीम
कोहली की यह मुहीम काम आई है। कोहली के पत्र बाद पेटा भारत ने राजस्थान वन विभाग के मुख्य वनजीव वॉर्डन को शिकायत दी जिसके बाद 'नंबर 44' के संरक्षक वसीद खान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया और उसे इस उत्पीड़न के लिए दोषी ठहराया गया। इसके अलावा जयपुर पुलिस ने भी हाथी के साथ दुर्व्यवहार और लोगों को खतरे में डालने के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।