नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने से पहले भारतीय कप्तान विराट ने कहा था कि अगर कंगारू टीम इस बार स्लेजिंग नहीं करती है तो उनको काफी खुशी होगी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के मिशेल जॉनसन, पैट कमिंस जैसे खिलाड़ियों ने उल्टा कोहली की आक्रामकता और गुस्से पर सवाल उठा दिया थे।
आमतौर पर देखा गया है जैसे ही कोहली को उकसाया जाता है वैसे ही उनका खेल और जबरदस्त हो जाता है। कई बार आक्रामकता उनके पक्ष में भी काम करती है। ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर भी हमको विराट के रवैये में कोई बदलाव नहीं देखने को मिलने वाला है। इसका कारण यह है कि कोहली के आक्रामकता के मायने अलग है। इसको परिभाषित करते हुए उन्होंने बताया, "मेरे लिए आक्रामकता का मतलब पैशन है। मैं हर गेंद को टीम के लिए जीतना चाहता हूं। मेरे लिए टीम को जीताना ही आक्रामकता है।"
For me aggression is the passion to win games for the team - Virat Kohli #AUSvIND pic.twitter.com/hxrZu7Mce1
— BCCI (@BCCI) November 20, 2018
INDvAUS : विराट ने ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर जीत के लिए टीम और खिलाड़ियों को दिए 'दो मंत्र'
वैसे आपको बता दें कि कई लोगों को शक है कि एक बार को भले ही ऑस्ट्रेलियाई टीम स्लेजिंग से बाज आ जाए लेकिन विराट की जुबान को कब्जे में करना मुश्किल है। वे कई खिलाड़ियों को पैवेलियन भेजते समय भी छींटाकशी से बाज नहीं आते है। वहीं दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डू प्लेसिस ने कहा था कि ऑस्ट्रेलिया को जीतना है तो उसको विराट को उकसाने से बचना चाहिए।