नई दिल्ली: एक समय पूरी दुनिया के क्रिकेट पर एकछत्र राज करने वाली वेस्टइंडीज की टीम आज अपने महान पूर्वजों की छाया भी नहीं रह गई। टी-20 क्रिकेट जैसे-जैसे आगे बढ़ता गया वैसे-वैसे वेस्टइंडीज का टेस्ट और वनडे क्रिकेट नष्ट होता गया। आज स्थिति यह है कि इन दोनों फार्मेट में वेस्टइंडीज दुनिया की आला क्रिकेट टीमों की ए टीम के बराबर रह गई है। हाल ही में टीम इंडिया ने कैरेबियाई धरती पर क्रिकेट के तीनों फार्मेट में जीत दर्ज की है। भारत को दो टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 से जीत मिली। खास बात यह रही कि अपनी धरती पर खेलने के बाद भी वेस्टइंडीज भारत के सामने एक भी मैच नहीं जीत सका।
विराट कोहली क्रिकेट के तीनों फार्मेट में कैरेबियाई फतह हासिल करने वाले पहले भारतीय कप्तान बने हैं। उन्होंने वेस्टइंडीज टीम के लचर प्रदर्शन पर भी बात की है और कहा कि इस टीम को सीरीज से सुधार करने का मौका मिलेगा। कोहली ने माना की मेजबानों की गेंदबाजी काफी शानदार रही। कोहली ने लगातार निचले स्तर पर पहुंचते जा रहे कैरेबियाई क्रिकेट के बारे में कहा, 'लगातार अच्छा क्रिकेट खेलने की ओर देखना होगा। वेस्टइंडीज को पता लगेगा कि उसको किन क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है। गेंदबाजी की बात करें तो वे जबरदस्त साबित हुए।'
मोहम्मद शमी के गिरफ्तारी वारंट के बाद BCCI ने किया ये फैसला
कोहली ने कैरेबियाई पेस अटैक की तारीफ करते हुए कहा- 'जेसन और रोच उनके सभी गेंदबाजों में शानदार थे। टेस्ट क्रिकेट में उनका बॉलिंग अटैक ऐसा ही अच्छा है जैसा कि किसी भी बढ़िया टीम का होता है।' कोहली ने माना कि अगर कैरेबियाई बल्लेबाज अपने गेंदबाजों की सहायता कर दें तो यह टीम काफी खतरनाक साबित हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि जेसन होल्डर ने जहां जमैका टेस्ट की पहली पारी में पांच विकेट लिए थे तो वहीं दूसरी पारी में रोच ने जल्द से तीन विकेट विकेट लेकर भारतीय टॉप ऑर्डर को सस्ते में निपटा दिया था जिसमें खुद विराट कोहली का विकेट भी शामिल है जो गोल्डन डक पर आउट हुए थे।