इसलिए आए खुद आगे
कोहली ने कहा, ''शुरू में संजू सैमस और केएल राहुल को लेकर माना जा रहा था कि वे गेंद को अच्छी तरह से मार सकते हैं, मुझे पता कि संजू निडर है। उसके पास भी मैच को बना लेने का मौका था, लेकिन मैं इसलिए गया क्योंकि मैं अधिक अनुभवी था और दबाव की स्थिति में मेरे लिए चीजों को संभालना महत्वपूर्ण था। पहली दो गेंदों पर दो बड़े शाॅट लगना महत्वपूर्ण थे और फिर मैंने सोचा कि मैं गेंद को अपनी रेंज में लाकर खेल खत्म करूंगा। मैं बहुत लंबे समय के लिए सुपर-ओवर का हिस्सा नहीं रहा, लेकिन अपनी टीम के लिए खुश हूं। मुझे लगा कि संजू निडर था। उसके पास भी मैच को बना लेने का मौका था।''
टीम के प्रदर्शन से हुए खुश
इसके आगे कोहली ने कहा, ''जो मैंने सीखा है वो नया है, कि आप खेल में शांत रहना चाहते हैं, निरीक्षण करें कि क्या हो रहा है और यदि अवसर आता है तो आप इसे भुनाने के लिए प्रयास करें। हमने पहले सुपर-ओवर नहीं खेला था, और अब हमने बैक टू बैक खेला है। यह अच्छा लगता है जब आप मैच से बाहर हो जाते हैं और अपने आप को वापस लाते हैं। यह वास्तव में टीम के चरित्र को दर्शाता है।''
ऐसा रहा मैच
बता दें कि भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड के सामने 166 रनों का लक्ष्य रखा था। आखिरी ओवर में न्यूजीलैंड को जीत के लिए 7 रनों की दरकरार थी, लेकिन शार्दुल ठाकुर की शानदार गेंदबाजी के दम पर मैच टाई हो गया। आखिरी ओवर में न्यूजीलैंड के 4 विकेट गिर गए जो उनको जीत से दूर ले गए। इसके बाद सुपर ओवर में कोहली ने जसप्रीत बुमराह को गेंद थमाई। बुमराह ने 1 विकेट लेकर 13 रन दिए। जवाब में केएल राहुल और कोहली आए। राहुल ने पहली 2 गेंदों पर छक्का-चाैका लगाकर 10 रन बटोर लिए। तीसरी गेंद पर वो आउट हो गए। चाैथी गेंद पर कोहली ने 2 जबकि पांचवीं गेंद पर चाैका लगाते हुए टीम को जीत दिला दी।