इन ओवरों में धोनी सभालते हैं कमान
मैच के दाैरान कई बार देखा जाता है कि कोहली बाउंड्री पर खड़े हो जाते हैं और फिर विकेट के पीछे धोनी फिल्डिंग लगाते हुए दिखते हैं। इसपर कोहली ने खुलासा करते हुए कहा कि डेथ ओवरों में मुझे पता है कि मुझे टीम के लिए सीमा रेखा के पास रहना होगा क्योंकि यही मेरा स्वभाव है कि मैं टीम के लिए कुछ करना चाहता हूं, बजाय इसके की वहां सिर्फ मौजूद रहूं। 30-35 ओवर के बाद उन्हें पता होता है कि मैं सीमा रेखा के पास रहूंगा तो वह खुद ही कमान संभाल लेते हैं।
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धोनी ने किया था कोहली का समर्थन
कोहली आज तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करके दुनिया के खरतनाक बल्लेबाजों में शुमार हैं। कोहली के नाम वनडे में 41 शतक हैं जिसमें 34 शतक तीसरे नंबर पर निकले। लेकिन इसका श्रेय कहीं ना कहीं धोनी को भी जाता है।कोहली ने कहा कि जब मैं टीम में आया था उनके पास कुछ मैचों के बाद दूसरे खिलाड़ियों को आजमाने का विकल्प था। हालांकि मैंने अपने मौके को भुनाया लेकिन मेरे लिए इस तरह का समर्थन मिलना काफी जरूरी था। उन्होंने मुझे तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने का भी मौका दिया जबकि ज्यादातर युवाओें को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी का मौका नहीं मिलता है।
एक-दूसरे का करते हैं सम्मान
'रन मशीन' कोहली ने कहा कि हम दोनों एक-दूसरे का काफी सम्मान करते हैं। लोग उनकी(धोनी) आलोचना करते हैं लेकिन मेरे लिए सबसे बड़ी ईमानदारी है। हम धोनी को कहते हैं कि आफ मैदान की स्थिति व पिच की गति के बारे में बेहतर तरीके से समझते हैं। कोहली ने कहा कि धोनी के अलावा कोई भी खिलाड़ी पिच की स्थिति जल्दी से नहीं समझ समझ सकता।
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