नई दिल्ली। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर वनडे मैच में अपने वनडे करियर का एक और शतक लगाया। यह उनका 40वां ODI शतक था। कोहली की इस पारी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 250 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा करने में कामयाबी हासिल की। कोहली की रखी बुनियाद पर बाद में गेंदबाजों ने भी कामयाबी की इमारत खड़ी करते हुए भारत को 8 रनों से रोमांचक जीत दिला दी। बाद में कोहली को उनकी शतकीय पारी के लिए मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड भी दिया गया।
अपनी 40वीं शतकीय पारी को महज आंकड़ों का एक खेल बताने वाले कोहली अपनी टीम के दूसरी पारी में दिखाए गए खेल से कही ज्यादा संतुष्ट थे। लेकिन यह भी एक सच है कि आंकड़े झूठ नहीं बोलते हैं। ऐसा ही कोहली के साथ भी है। वे भले ही अपने आंकड़ों या शतकों को खास तवज्जों ना दें पर उनकी रिकॉर्ड बुक लगातार भरती जा रही है। इस बात की तस्दीक उनका मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड खुद कर रहा है। कोहली के वनडे करियर का यह 32वां मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड था। आपको बता दें यह महज एक नंबर नहीं है बल्कि कोहली ने इस अवॉर्ड के साथ ही भारत के पू्र्व दिग्गज वनडे ओपनर सौरव गांगुली को पीछे छोड़ दिया है।
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गांगुली ने अपने करियर में 31 मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड जीते हैं। खास बात यह है कि जहां गांगुली ने इसके लिए 308 मैच खेले थे तो वहीं कोहली ने केवल 224 मैचों में ही यह रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अब कोहली से आगे इस मामले में केवल सचिन तेंदुलकर हैं जिन्होंने 463 ODI में 62 बार मैन ऑफ द मैच पुरुस्कार अपने नाम किया है। कोहली के सामने इस रिकॉर्ड को तोड़ना वाकई में एक बड़ी चुनौती साबित होगा। आपको बता दें कि यह आंकड़े भारतीय बल्लेबाजों के हैं। इस लिस्ट में चौथे नंबर पर युवराज सिहं हैं जिन्होंने 301 मैचों में 27 बार मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड जीता।
वहीं वीरेंद्र सहवाग ने 241 मैचों में 23 बार यह उपलब्धि अपने नाम की। जबकि धोनी 337 मैचों में 20 बार मैन ऑफ द मैच बनकर अब इस लिस्ट में छठे नंबर पर आ गए हैं।
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