नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और मौजूदा कप्तान विराट कोहली की एक सलाह नए नवेले खिलाड़ियों के लिए महंगी पड़ सकती है। जी हां, दरअसल धोनी-कोहली ने बीसीसीआई को अनकैप्ड खिलाड़ियों के लिए सैलरी कैप पर रखने की बात कही है। अगर ऐसा हुआ तो नए नवेले खिलाड़ी करोड़ों में नहीं बिक पाएंगे।
गौरतलब है कि टी नटराजन, जो आईपीएल के पिछले सीजन में अनकैप्ड खिलाड़ी थे वह नीलामी में 3 करोड़ रुपए में बिके थे। साल 2015 में केसी करियप्पा जो तब तक रणजी ट्रॉफी तक भी नहीं खेले थे वे 2.4 करोड़ रुपए में बिके थे। अब इतनी ज्यादा सैलरी मिलने से कुछ खिलाड़ियों की निगाहों में घरेलू क्रिकेट की अहमियत कम हो गई है इसलिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट का महत्व भी कम हुआ है।
इसीलिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट को बनाए रखने के लिए धोनी-कोहली ने बीसीसीआई को ये सलाह दी है। एमएस धोनी और विराट कोहली ने बीसीसीआई को अनकैप्ड खिलाड़ियों के लिए सैलरी पर रखने की बात कही है।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया, "केस करियप्पा को साल 2015 में 2.4 करोड़ रुपए में खरीदा गया था। वह कर्नाटक प्रीमियर लीग में कुछ मैच खेले लेकिन कर्नाटक की रणजी टीम की ओर से नहीं खेले। ये साफतौर पर सभी फर्स्ट क्लास खिलाड़ियों के लिए गलत संदेश है।
एक तरफ हमारे पास कुछ खिलाड़ी हैं जो बिना रुके रणजी मैच खेलते हैं और पूरे सीजन में 10 से 12 लाख रुपए कमाते हैं और ये लड़के बहुत ज्यादा कमाते हैं। धोनी और कोहली का मानना है कि ये सही नहीं है और बीसीसीआई को इन खिलाड़ियों पर सैलरी कैप रखना चाहिए।"