तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts
 

अपने बेटों को अगला वीरू नहीं बल्कि इन क्रिकेटरों जैसा बनता देखना चाहते हैं सहवाग

नई दिल्ली: भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के खेल से संन्यास लेने के बाद भी उनकी फैन फॉलोइंग में कतई कमी नहीं आई जिसका कारण यह है कि वीरू अपनी बातों को लेकर उतने ही बेबाक हैं जितना कि वह अपने खेल के दिनों में बल्ले से थे। 41 वर्षीय सहवाग सोशल मीडिया पर अपने दिलचस्प और मजाक से भरपूर ट्वीट के लिए खासे मशहूर हैं। हालांकि सहवाग नहीं चाहते कि उनके बेटे बतौर बल्लेबाज उनको फॉलो करें।

12 साल के आर्यवीर, और नौ साल के वेदांत

12 साल के आर्यवीर, और नौ साल के वेदांत

हरियाणा के झज्जर में अपना सहवाग इंटरनेशनल स्कूल चलाने वाले सहवाग अक्सर युवाओं का मार्गदर्शन करते हैं और इसमें उनके अपने बेटे - 12 साल के आर्यवीर, और नौ साल के वेदांत भी शामिल हैं। हाल ही में आउटलुक से बात करते हुए, सहवाग ने कहा, "क्रिकेट ने मुझे वह सब कुछ दिया है जो मेरे पास है। क्रिकेट ने मुझे मेरी जीविका दी है और अब समाज को वापस देने का समय है।" उन्होंने कहा कि कई बार उनके संस्थानों में बच्चों के पीछे काफी समय चला जाता है। उन्होंने कहा कि अगर उनमें से एक या दो आईआईटीयन, अच्छे डॉक्टर या राष्ट्रीय क्रिकेटर बनकर इसे बड़ा बना सकते हैं, तो उन्हें लगेगा कि उन्होंने समाज के लिए कुछ किया है।

वीरू नहीं चाहते उनके बेटे अगले सहवाग बने

वीरू नहीं चाहते उनके बेटे अगले सहवाग बने

इस दौरान सहवाग ने अपने बढ़ते बेटों के बारे में भी बात की। वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि वह अपने बच्चों में एक और सहवाग को देखना पसंद नहीं करेंगे, लेकिन विराट कोहली, हार्दिक पांड्या या एमएस धोनी जैसे खिलाड़ियों की तरह उनके बच्चे बने तो उनको ज्यादा खुशी होगी। उन्होंने साफ़ किया कि बेटों पर क्रिकेटर्स बनने का भी कोई दबाव नहीं है। लेकिन अंत में, उन्हें अच्छे इंसानों के रूप में विकसित होना चाहिए।

पंत के लिए बजी खतरे की घंटी, विकेटकीपिंग भी संभालने को तैयार हैं संजू सैमसन

"यह हमारा सबसे अच्छा समय है।"

सहवाग ने कहा, "मैं उनमें एक और वीरेंद्र सहवाग को नहीं देखना चाहता। वे विराट कोहली या हार्दिक पांड्या या एमएस धोनी बन सकते हैं। लेकिन वे अपने करियर को चुनने के लिए स्वतंत्र हैं और हम उन्हें यथासंभव मदद करेंगे। लेकिन असली बात यह है कि अच्छा इंसान बनना है। उन्होंने कहा, "इसमें कोई समझौता नहीं है।" उन्होंने आगे कहा, "आर्यवीर अगले साल 13 साल के होने जा रहे हैं और किशोरों को नियंत्रित करना आसान नहीं है। हम अपने बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताते हैं। जब मैं यात्रा कर रहा था, तो मैंने उन्हें बहुत याद किया। हमें एहसास है कि जब बच्चे बड़े हो जाएंगे, तो वे आपके साथ कोई समय नहीं बिताएंगे। इसलिए, यह हमारा सबसे अच्छा समय है।"

Story first published: Thursday, November 28, 2019, 14:12 [IST]
Other articles published on Nov 28, 2019
POLLS
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Yes No
Settings X