सहवाग ने सुनाई खरी-खोटी
दिल्ली में आखिरी बार दीपावली पर पटाखे नहीं फोड़े गए थे। इस बार भी सख्ती के निर्देश आ चुके हैं, लेकिन सहवाग की प्रतिक्रिया से साफ लगता है कि पाकिस्तान की जीत पर यहां पटाखे फोड़े गए। इसके बाद सहवाग ने बातों ही बातों में खरी-खोटी सुनाते हुए दिल्ली सरकार पर भी ताना मारा है। सहवाग ने ट्वीट कर लिखा, ''दिवाली के दौरान पटाखों पर प्रतिबंध है लेकिन कल भारत के कुछ हिस्सों में पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने के लिए पटाखे थे। अच्छा वो क्रिकेट की जीत का जश्न मना रहे होंगे, तो दीपावली पर पटाखे चलाने में क्या हर्ज है। पाखंड क्यों, सारा ज्ञान तब ही याद आता है।''
पटाखे नहीं फोड़ने का मिल चुका है आदेश
गाैर हो कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) ने राष्ट्रीय राजधानी में 1 जनवरी 2022 तक पटाखों की बिक्री और फोड़ने पर बैन लगाने का आदेश दिया है। दीपावली का त्योहार 4 नवंबर को मनाया जाएगा, लेकिन इस बार भी दिल्ली में सरकार सख्त है। आदेश के अनुसार, ''कई विशेषज्ञों ने जानकारी दी है कि अब कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी की अंदेशा है और पटाखों को फोड़कर बड़े पैमाने पर जश्न मनाने लिए बड़ी संख्या में लोग जमा होंगे। इससे न सिर्फ सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का उल्लंघन होगा, बल्कि वायु प्रदूषण बढ़ने से दिल्ली में गंभीर स्वास्थ्य मसलों का कारण बनेगा।''
क्या गंभीरता से लिया जाएगा सहवाग का उठाया सवाल?
अब देखना बाकी है कि क्या दिल्ली सरकार या केंद्र सरकार वीरेंद्र सहवाग के सवाल को गंभीरता से लेती है या नहीं। भारत में रहकर भारतीय टीम की हार का जश्न मनाकर पाकिस्तान के लिए खुश होना देशद्रोह होना है। अगर पाकिस्तान की जीत पर ऐसा हुआ है तो कड़ा एक्शन लेना चाहिए। सहवाग का ट्वीट दर्शाता है कि उनके पास सबूत हैं जहां पाकिस्तान की जीत पर भारत का विरोध किया गया है। सहवाग ने जो सवाल उठाया है वो बिल्कुल सही है। अगर पाकिस्तान की जीत पर दुकानों में पटाखे बिक सकते हैं तो हिंदू धर्म के दिवाली के त्योहार पर बैन क्यों? सरकार के सख्त आदेशों के बावजूद पटाखों का चलना कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है।
गाैर हो कि पाकिस्तान की जीत पर कश्मीर घाटी के कई जिलों में जश्न मनाया गया, जिसकी तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट पर शेयर किए जा रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स कश्मीर में ऐसा जश्न मनाने वालों को गद्दार करार दे रहे हैं। इसके अलावा पंजाब के संगरूर जिले में स्थित एक इंजीनियरिंग संस्थान में कुछ कश्मीरी छात्रों और उत्तर प्रदेश एवं बिहार के कुछ छात्रों के बीच कथित तौर पर हाथापाई की खबरें भी सामने आई हैं।