नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम ने तीन टी20 मैचों की सीरीज के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया को 11 रनों से हरा दिया। इस मैच में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन शानदार रहा, लेकिन एक विवाद पैदा हो गया। वो है कन्कशन सब्स्टीट्यूट। रविंद्र जडेजा का कन्कशन लेने की वजह से भारतीय टीम पर सवाल उठाए जा रहे हैं। ऐसे में बचाव करने के लिए पूर्व दिग्गज खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग आगे आए।
सहवाग ने कहा कि सिर की चोट से संबंधित लक्षण गेंद लगने के 24 घंटे बाद तक भी दिखाई दे सकते हैं। उनके अनुसार, जडेजा के कन्कशन विकल्प का फैसला एकदम सही था। सहवाग ने कहा, ''मेरे हिसाब से यह फैसला बिल्कुल सही है क्योंकि रविंद्र जडेजा खेलने के लिए फिट नहीं थे। जडेजा को चोट का असर इतना था कि वह गेंदबाजी भी नहीं कर सकते थे।'' उन्होंने आगे कहा कि टीम ने नियम का फायदा उठाया है। सहवाग ने कहा, ''यह मौका था जो भारतीय टीम को मिला क्योंकि उनके सिर पर गेंद लगी थी और जब आपके सिर पर गेंद लगती है तो कोई भी यह नहीं कह सकता कि कन्कशन उसी समय होगा। फैसला लेने में थोड़ा समय लगता है। आपको जडेजा की लक्षण 24 घंटे के अंदर भी मिल सकते हैं।''
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वहीं मैच के दाैरान देखा गया कि आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी इसकी शिकायत कर रहे थे। ऐसे में सहवाग का मानना है कि शिकायत की कोई बात ही नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, ''जब स्टीव स्मिथ के सिर पर गेंद लगी थी तो मार्नस लाबुशेन उनकी जगह मैदान पर आए थे। उन्होंने रन भी बनाए थे जिसका फायदा तब आस्ट्रेलिया को भी मिला था। तो इसलिए मेरा मानना है कि आस्ट्रेलिया को शिकायत नहीं करनी चाहिए।''
आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का कहना है कि जडेजा अगर चोटिल हुए थे तो उन्होंने खेलना क्यों जारी रखा। इसपर सहवाग ने कहा कि जब आप अपना हेलमेट ड्रेसिंग रूम के अंदर हटाते हो तो आप सूजन देख सकते हो। आपको चक्कर भी आ सकते है। ऐसा हो सकता है।''