दिल्ली कैपिटल्स और मुंबई इंडियस हैं फेवरेट-
हम आईपीएल के पिछले सीजन में देख चुके हैं कि चेन्नई सुपर किंग्स का हाल कितना बुरा हुआ था और इस बार इस टीम ने अच्छी शुरुआत की है। लेकिन भारत के पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने दिल्ली कैपिटल्स को खिताब के दावेदार के तौर पर लिया है। सहवाग ने मुंबई इंडियंस को भी दिल्ली कैपिटल्स के समान खिताब जीतने के लिए फेवरेट बताया है। दिल्ली कैपिटल्स टूर्नामेंट के इस सीजन में अभी तक के टॉप टीम है।
जैसा कि हमने बताया मुंबई इंडियंस की टीम को आप किसी भी स्टेज में कम नहीं आंक सकते और यह सीजन संयुक्त अरब अमीरात में शुरू हो रहा है जहां पिछली बार बाजी रोहित शर्मा एंड कंपनी के हाथ लगी थी।
IPL 2021: संजय मांजरेकर को CSK से उम्मीदें, रविंद्र जडेजा के लिए दी ये सलाह
इन दोनों में कौन सी टीम जीतेगी सहवाग के हिसाब से ट्रॉफी-
सहवाग मानते हैं कि आईपीएल भारत में ही जारी रहता तो भविष्यवाणी बदल जाती लेकिन अब यह प्रतियोगिता दुबई और अबू धाबी में शिफ्ट हो चुकी है तो खेल थोड़ा सा बदल चुका है। सहवाग ने हिंदुस्तान टाइम्स के हवाले से बताया, "क्योंकि दूसरा हाफ दुबई और अबू धाबी में शिफ्ट हो चुका है तो मुझे लगता है मुंबई की टीम एक बार फिर से फेवरेट होगी। पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस की टीम थोड़ी सी आगे रहेगी।
सहवाग को मुंबई इंडियंस को बढ़त देने में कोई समस्या नहीं है और वे कहते हैं अगर कोई एक टीम उनको चुननी हो तो भी मुंबई इंडियंस को ही खिताब की दावेदार के तौर पर चुनेंगे। हालांकि सहवाग का मानना है कि यूएई की परिस्थितियां चेन्नई सुपर किंग्स का भी साथ देंगी लेकिन उनकी टीम में बल्लेबाजी उतनी प्रचंड नहीं है।
चेन्नई सुपर किंग्स में बताई ये कमी-
सहवाग कहते हैं, "भारत के पहले चरण में चेन्नई का पहली पारी का स्कोर 201 रन था लेकिन जब यूएई ट्रैक की बात आती है तो उनके पास बैटिंग फायरपावर थोड़ी कम है। अगर कोई मुझे केवल एक टीम चुनने के लिए कहे तो यह मुंबई इंडियंस होगी।"
वैसे तो भारत की T20 वर्ल्ड कप टीम चुन ली गई है लेकिन आईसीसी के पास अंतिम स्क्वायड में बदलाव करने की अंतिम तारीख 10 अक्टूबर है और सहवाग का मानना है कि आईपीएल में अगर कोई और भारतीय खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करता है तो निश्चित तौर पर 2020 में वर्ल्ड कप टीम में बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
वेआगे कहते हैं, "निश्चित तौर पर ऐसा होगा। हमारे पास हर टीम के लिए करीब 7 मैच बचे हैं। इसका मतलब यह है कि आपके पास परफॉर्म करने के लिए अभी भी प्लेटफार्म है और जो खिलाड़ी कतार में हैं, वह अभी भी चयनकर्ताओं को प्रभावित कर सकते हैं क्योंकि वे लोग इस प्रतियोगिता को बहुत ही करीब से देखेंगे। कि आईसीसी ने टीम चेंज करने के लिए एक विंडो अभी भी खुली छोड़ रखी है तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा अगर भारत की ओरिजिनल स्क्वायड में कुछ बदलाव देखने को मिल जाए।"