'ली की गेंदों की धज्जियां उड़ाने का मौका'
पहला, सचिन तेंदुलकर के साथ फिर से पारी को खोलना और दूसरा, ब्रेट ली की गेंदबाजी को धज्जियां उड़ाना। रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज लीग टी 20 टूर्नामेंट की साइडलाइन पर सहवाग ने कहा कि यह अब ब्रेट ली की गेंदबाजी की बखिया उधेड़ने का मौका है, जो वह अपने करियर के चरम पर नहीं कर सके। 'मैं सचिन तेंदुलकर के साथ पारी को फिर से शुरू करने का मौका पाने के लिए उत्साहित हूं। ब्रेट ली का सामना करने के लिए भी उत्साहित। ली जब अपने करियर के चरम पर थे तब उन्होंने अपनी गेंदों की पिटाई होने का अनुभव नहीं किया है, लेकिन अब यह मेरे लिए उनकी गेंदों को पीटने का एक मौका है।' सहवाग ने मिड-डे को बताया।
पहले जो नहीं कर सके, वो अब करने का मौका-
बता दें कि ली अपने समय में दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज थे और उस ऑस्ट्रेलिया टीम का हिस्सा थे जो हर फार्मेट और जगहों पर हर टीम के खिलाफ हावी रही। उस समय कंगारूओं का वर्चस्व ऐसा था कि उन्होंने लगातार तीन विश्व कप जीते - 1999, 2003 और 2007 में। हालांकि बाद में मुख्य खिलाड़ियों के संन्यास के बाद वह दौर जारी नहीं रहा और भारतीय टीम ने विश्व कप 2011 में एमएस धोनी की अगुवाई तले क्वार्टर फाइनल में कंगारुओं को हराया था। विश्व कप 2011 ली और सहवाग दोनों के लिए अंतिम 50 ओवर का आईसीसी टूर्नामेंट था। अब इतने लंबे समय के बाद दोनों सितारों के बीच ऑन-फील्ड प्रतिद्वंद्विता अगले साल फिर से देखने को मिलेगी और यह देखा जाना बाकी है कि सहवाग इस स्पीडस्टर से आगे निकल पाएंगे या नहीं।
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दिग्गजों से सजी लीग-
बता दें कि यह टी- 20 टूर्नामेंट अगले साल 4 से 16 फरवरी तक मुंबई में खेला जाएगा। सहवाग, तेंदुलकर और ली के अलावा पूर्व दिग्गज ब्रायन लारा, तिलकरत्ने दिलशान, जोंटी रोड्स और अन्य भी टूर्नामेंट का हिस्सा होंगे। वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान लारा ने 2007 में खेल से संन्यास ले लिया और इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप में कैरिबियन में अपना अंतिम मैच खेला। श्रीलंका के पूर्व ऑलराउंडर दिलशान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ T20I श्रृंखला में अपना अंतिम अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला, जबकि रोड्स का पिछला अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शन केन्या के खिलाफ विश्व कप 2003 में हुआ था।