नई दिल्ली। क्रिकेट जगत में अपनी धुआंधार पारी की बदौलत पूरी दुनिया में अपना जलवा बिखेरने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग अपने बेबाक अंदाज के लिए हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। वहीं एक बार फिर उनका ऐसा ही रवैया देखने को मिला, दरअसल सहवाग ने सोमवार को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के सर्वश्रेष्ठ हितों को ध्यान में रखते हुए संस्था की क्रिकेट समिति से इस्तीफा दे दिया। वहीं सहवाग के साथ-साथ पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा और राहुल सांघवी ने भी अपने-अपने पद छोड़ते हुए अपना इस्तीफा सौंप दिया है। हालांकि सहवाग के इस्तीफे के कारणों का अभी पूरी तरह से खुलासा नहीं हुआ है। वहीं डीडीसीए के अनुसार इन तीनों का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है।
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सहवाग ने कुछ इस तरह दिया जवाबः इस्तीफे के बाद जब पत्रकारों ने सहवाग से पूछा कि क्या प्रभाकर की नियुक्त नहीं होने के चलते उन्होंने इस्तीफा दिया तो पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा, 'हम सब एक साथ आए और अपना समय और प्रयास दिया जिससे कि क्रिकेट समिति के रूप में अपनी भूमिका के दायरे में दिल्ली क्रिकेट के सुधार में मदद और योगदान दे सकें। सूत्रों की मानें तो गौतम गंभीर प्रभाकर की नियुक्ति के खिलाफ थे क्योंकि उनका नाम वर्ष 2000 के मैच फिक्सिंग प्रकरण में आया था। बता दें कि दिल्ली की टीम को मौजूदा सीजन का अपना पहला मैच विजय हज़ारे ट्रॉफी में सौराष्ट्र के खिलाफ खेलना है। ये मुकाबला 20 सितंबर को खेला जाएगा।