नई दिल्ली। वीरेंद्र सहवाग की पहचान आज केवल पूर्व विस्फोटक सलामी बल्लेबाज तक ही सीमित नहीं है, बल्कि आज वे अपने बोलने के विशिष्ट अंदाज के कारण भी जाने जाते हैं। बात चाहे क्रिकेट में कमेंट्री की हो या फिर सोशल मीडिया की, सहवाग दोनों ही जगह एकदम अलग और बेबाक नजर आते हैं। ऐसे में वे अपने आप ही सोशल मीडिया पर एक बहुत लोकप्रिय और विश्वसनीय हस्ती बन जाते हैं।
लोकप्रियता और विश्वसनीयता जब एक साथ हो तो कुछ लोग ऐसी शख्सियत के नाम का दुरुपयोग भी करने लगते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ सहवाग के साथ जब कुछ लोग उनके नाम पर वोट लेने की कोशिश करने लगे। सहवाग ने भी ट्विटर ऐसे लोगों के ऊपर गुस्सा निकाला है।
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सहवाग के नाम का फर्जी इस्तेमाल
सहवाग ने अपने ट्विटर हैंडल से अखबार की एक कटिंग पोस्ट की है, जिसमें छपे विज्ञापन में उनका नाम है। इस विज्ञापन में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के आसीन्द-हुरड़ा विधानसभा प्रत्याशी मनसुख गुर्जर के समर्थन में आयोजित विशाल किसान सम्मेलन को संबोधित करने वालों में उनका भी नाम लिखा गया था। वीरेंद्र सहवाग ने इसे एकदम झूठा बताया है।
बता दें कि पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग को लेकर एक झूठा विज्ञापन छापा गया था। जिसका खुलासा उन्होंने खुद ट्विटर पर किया है। विज्ञापन में कहा गया है कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के आसीन्द-हुरड़ा विधानसभा प्रत्याशी मनसुख गुर्जर के समर्थन में आयोजित विशाल किसान सम्मेलन में पार्टी संस्थापक हनुमान जी बेनीवाल के साथ वीरेंद्र सहवाग भी संबोधन देंगे। लोगों से सम्मेलन को सफल बनाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में लोगोंको आने के लिए कहा गया था। इस सम्मेलन का स्थान राजस्थान के आसीन्द में 29 नवंबर को लिखा था।
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'झूठों से सावधान'
झूठ अलर्ट-
— Virender Sehwag (@virendersehwag) December 1, 2018
मैं दुबई में हूँ और इन्मे से किसी व्यक्ति से कभी सम्पर्क नहीं हुआ!
जब यह लोग बेशर्मी से अपने कैम्पेन के नाम पर मेरा नाम धोकाधड़ी से इस्तेमाल कर लोगों को बेवक़ूफ़ बना सकते हैं,तो अंदाज़ा लगाया जा सकता है की यदि यह कहीं जीत गए तो कितना बेवक़ूफ़ बनाएँगे ! झूठों से सावधान pic.twitter.com/ykDa4S835N