पहले टेस्ट शतक के बाद धोनी ने कही थी संन्यास लेने की बात
भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने स्टार स्पोर्टस से बात करते हुए बताया कि धोनी अपने टेस्ट क्रिकेट का पहला शतक जड़ने के बाद ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेना चाहते थे।
उन्होंने कहा, 'धोनी ने फैसलाबाद में पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला शतक जड़ा था। शतक के बाद वह ड्रेसिंग रूम में आया और उसने कहा कि 'मैंने टेस्ट में शतक मार दिया, अब मैं संन्यास लूंगा। बस यार मुझे अब टेस्ट से कुछ और नहीं चाहिए।'
धोनी की बात सुन सब रह गये थे दंग
लक्ष्मण ने बताया कि धोनी की यह बात सुनकर हम सभी दंग रह गये थे, क्योंकि हमें पता था कि धोनी का अंदाज शुरु से ही हैरान करने वाले फैसलों से भरा रहा है। उल्लेखनीय है कि धोनी ने साल 2004 में अपना डेब्यू किया था और महज 5वें टेस्ट में अपना पहला शतक लगाते हुए 148 रनों की पारी खेली थी। इस मैच के बाद धोनी ने टीम की कप्तानी करते हुए कई और शतक भी लगाये।
बतौर कप्तान धोनी के पहले मैच के बारे में भी लक्ष्मण ने दिलचस्प किस्सा शेयर करते हुए कहा, 'साल 2008 में नागपुर में हम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच खेल रहे थे। यह मेरा 100वां टेस्ट मैच था। धोनी इस मैच में पहली बार टेस्ट फॉर्मेट में कप्तानी कर रहे थे। जैसे ही हम टीम बस में पहुंचे धोनी ने ड्राइवर को पीछे जाकर बैठने को कहा और साथ ही खुद होटल से स्टेडियम तक बस ड्राइव करके ले कर गए।'
अपनी सादगी के लिये मशहूर हैं धोनी
लक्ष्मण ने धोनी की तारीफ करते हुए कहा कि वह मैदान पर एक जुनूनी क्रिकेटर होता है और उसके बाहर बिलकुल आम इंसान। गौरतलब है कि एमएस धोनी को उनकी सादगी के लिये भी जाना जाता है। वह मैदान के बाहर बिलुकल आम लोगों की तरह रहना पसंद करते हैं।
आपको बता दें कि संन्यास का ऐलान करते हुए धोनी ने अपने मस्टाग्राम पर लिखा, 'उस प्यार और समर्थन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। 19:29 बजे से मुझे रिटायर्ड समझें।' धोनी के साथ ही सुरेश रैना ने भी रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया। दोनों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर फैंस को इसकी जानकारी दी।