बिना भारत-पाकिस्तान मुकाबले के बेमानी है विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वकार यूनिस का मानना है कि आईसीसी के किसी भी बड़े टूर्नामेंट का तब तक कोई मतलब नहीं है जब तक कि उसमें कम से कम एक मुकाबला भारत-पाकिस्तान का न हो, ऐसे में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप बेमानी लगता है।
उन्होंने कहा, 'आईसीसी को दखल देकर कुछ करना चाहिए क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले के बिना टेस्ट चैंपियनशिप के कोई मायने नहीं हैं।'
आईसीसी चाहे तो भारत-पाकिस्तान के बीच हो सकता है 1 मैच
वकार ने यूट्यूब चैनल क्रिकेटबाज को दिए इंटरव्यू में कहा कि पिछले 14 सालों में दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों जस के तस बने हुए हैं। इसके चलते दोनों देशों के बीच महज 4 ही टेस्ट खेले गये हैं और आखिरी टेस्ट भी एक दशक से ज्यादा समय पहले खेला गया था। ऐसे में अगर आईसीसी बीच में आये तो एक मैच खेलने की स्थिति बन सकती है।
उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान और भारत के लिए सरकार के स्तर पर भी स्थिति मुश्किल है। लेकिन आईसीसी इस मैच के लिए अधिक सक्रिय भूमिका निभा सकती है।'
टेस्ट में बेस्ट बन चुका है भारत
वकार यूनिस ने भारतीय टीम के मौजूदा गेंदबाजों और बल्लेबाजों की तारीफ करते हुए कहा कि अब स्थिति पहले जैसी नहीं रही है, वहां के खिलाड़ी अब इस प्रारूप में भी बेस्ट बन चुके हैं।
उन्होंने कहा, 'पहले ऐसा नहीं था लेकिन अब हालात बदल गए हैं। भारत के पास जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा जैसे उम्दा गेंदबाज हैं और यही वजह है कि भारत टेस्ट और अन्य प्रारूपों में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।'
तो इस वजह से पाकिस्तान के साथ एक भी मैच नहीं खेल रहा भारत
आईसीसी की विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में टेस्ट मैच खेलने वाली 9 टीमों के बीच हो रहे इस टूर्नामेंट में हर देश को अपने चुने हुए विपक्षी टीमों के साथ 6 टेस्ट सीरीज खेलनी है। हर टेस्ट सीरीज पर 120 प्वाइंट हैं। इस टूर्नामेंट के अंतिम पड़ाव में जो 2 टीमें टॉप पर पहुंचेंगी उनके बीच जून 2021 में लॉर्ड्स के मैदान पर इस चैम्पियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला जायेगा और इसे जीतने वाली टीम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का पहला खिताब जीतने वाली टीम बनेगी। चूंकि कोई भी टीम अपने 6 प्रतिद्वदियों को अपने हिसाब से चुन सकती है इसलिये भारतीय टीम का पाकिस्तान के खिलाफ एक भी द्विपक्षीय सीरीज खेलने का कोई भी कार्यक्रम नहीं है।
मुंबई में 2008 के आतंकी हमले के बाद से भारत ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है। दोनों देशों के बीच राजनयिक और राजनीतिक तनाव के कारण कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं हुई है।