उन्होंने कहा, ''इसमें कोई संदेह नहीं है कि टीम में कई खिलाड़ी फिट हैं। जब आप तीनों फॉर्मैट में खेलते हैं तो आपको फिटनेस के मानकों पर खरा उतरना होता है। विराट कोहली अपने देश में टॉप एथलीट हैं। लेकिन हमारे लड़के भी पीछे नहीं हैं। आप बाबर आजम को देखिए, शाहीन अफरीदी को देखिए, दोनों पूरी तरह फिट हैं। हम फिटनेस के अपने मानक तय करेंगे। ऐसे मानक जो पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को सूट करते हों, तब हम टीम को आगे ले जाएंगे।''
विराट कोहली ने 2015 से फिटनेस पर काम करना शुरू किया और वह एक साल से भी कम समय में टॉप एथलीट बन गए। टीम के पूर्व ट्रेनर शंकर बासु ने कुछ वक्त पहले कहा था कि कोहली ने नोवाक जोकोविच के फिटनेस मानकों को भी पीछे छोड़ दिया।
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जहां तक पाक क्रिकेट टीम का सवाल है, उनके खिलाड़ियों को पहले जरूरी फिटनेस टेस्ट पास करना होता है, लेकिन इसके बाद भी उन्हें फिटनेस का स्तर बेहतर करना होगा। 2019 के विश्व कप में पाकिस्तान सबसे खराब फील्डिंग करने वाली टीम थी। वर्ल्ड कप के दौरान और उसके बाद भी टीम के लचर फील्डिंग परफॉर्मेंस को लेकर आलोचना होती रही है।
बता दें कि पाकिस्तान टीम मार्च के बाद चौथी ऐसी टीम होगी, इंटरनैशनल क्रिकेट में वापसी करेगी। पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच तीन टेस्ट और इतने ही टी-20 मैचों की सीरीज खेली जाएगी। सीरीज का पहला टेस्ट 5 अगस्त को साउथम्पटन में खेला जाएगा। इसके बाद सीरीज का दूसरा और तीसरा टेस्ट क्रमशः 13 और 21 अगस्त को होगा। 28 अगस्त, 30 अगस्त और एक सितंबर को तीन टी-20 खेले जाएंगे।