शुरू करेंगे नई पारी
जाफर ने भारत के लिए 31 टेस्ट और एकदिवसीय मैच खेला है। वह अभी भी विदर्भ के लिए रणजी ट्रॉफी में खेलते हैं और अब नई भूमिका निभाते हुए जाफर किंग्स इलेवन पंजाब के बल्लेबाजों के साथ काम करेंगे। जाफर ने हाल ही में रणजी ट्रॉफी क्रिकेट में अपना 150वां मैच खेला। विदर्भ के लिए, जाफर ने विजयवाड़ा के डेविनेनी वेंकट रमना प्रणीथा ग्राउंड में आंध्र प्रदेश के खिलाफ अपना 150 वां रणजी मैच खेला। जाफर के बाद देवेंद्र बुंदेला और अमोल मुजुमदार हैं, जिनकी रणजी ट्रॉफी में 145 और 136 मैच खेले हैं।
खेल चुके हैं आईपीएल
जाफर ने भी आईपीएल में 8 मैच खेले हैं लेकिन वो लंबे समय तक टिकने में नाकाम रहे। सीजन 2008 में उन्होंने बेंगलुरू के लिए खेलना शुरू किया, लेकिन 2009 के बाद उन्हें हमेशा के लिए बाहर होना पड़ गया। वसीम ने 8 आईपीएल मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 107.44 की स्ट्राइक रेट से 16.25 पर सिर्फ 130 रन बनाए हैं। भले जाफर आईपीएल में बल्ले के जरिए धाक नहीं जमा पाए थे लेकिन बल्लेबाजी कोच के रूप में उनका आगे बढ़ना तय है।
ऐसा है पंजाब का कोच स्टाफ
फ्रैंचाइजी के पूरी तरह से सुधारे गए सपोर्ट स्टाफ में पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले और मुख्य कोच के रूप में दक्षिण अफ्रीका के महान जोंटी रोड्स फील्डिंग कोच हैं। कुंबले, जो टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं, ने माइक हेसन की जगह ली है। पंजाब ने पूर्व क्रिकेटरों सुनील जोशी स्पिन गेंदबाजी कोच के रूप में चुना है। अब जाफर के बोर्ड में आने से फ्रेंचाइजी को उम्मीद होगी कि वह आरसीबी की बल्लेबाजी विभाग में सुधार करेंगे।