यह सुझाव बिल्कुल गलत
पूर्व कप्तान और 1983 में भारत को अपनी कप्तानी में वर्ल्ड चैंपियन बना चुके कपिल देव ने अख्तर को जवाब देते कहा, 'उनका यह सुझाव बिल्कुल गलत है। वो अपनी राय रखने के लिए फ्री हैं, लेकिन हम पाकिस्तान के साथ खेलकर फंड रेज नहीं करना चाहते हैं। हमारे पास पैसा है, सीरीज खेलकर भारत को पैसे की जरूरत नहीं है। हमारे लिए अभी यह जरूरी है कि हम अपनी अथॉरिटी के साथ मिलकर काम करें और इस महामारी के खिलाफ जंग लड़ें। मैं अभी भी टीवी पर देख रहा हूं कि लोग एक-दूसरे पर इल्जाम लगा रहे हैं, इसको लेकर राजनीति हो रही है, यह सब रुकना चाहिए।'
फंड इकट्ठा करने की जरूरत नहीं
इसके आगे कपिल ने कहा, 'बीसीसीआई ने काफी बड़ी रकम (51 करोड़ रुपए) दान की है, अगर भारत को पैसे की जरूरत और पड़ती है तो बीसीसीआई फिर तैयार है। हमें ऐसे फंड इकट्ठा करने की जरूरत नहीं है। यह परिस्थिति हाल फिलहाल सामान्य होती नजर नहीं आ रही है और ऐसे में क्रिकेट सीरीज कराने से हम क्रिकेटरों की जिंदगी खतरे में डालेंगे, जो हम बिल्कुल नहीं चाहते हैं।' कपिल देव ने कहा कि कम से कम आने वाले छह महीने तक क्रिकेट कोई मुद्दा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, 'यह रिस्क नहीं लिया जा सकता है और तीन मैच से आप कितना पैसा इकट्ठा कर लेंगे? मेरे नजर में आप अगले पांच-छह महीने तक क्रिकेट के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं।'
कोई भी खेल किसी देश से बड़ा नहीं
यही नहीं, कपिल ने यह भी कहा कि खेल किसी देश से बड़ा नहीं हो सकता। क्रिकेट तभी शुरू होगा जब हालात सुधरेंगे। अभी मुद्दा यह है कि गरीबों की किस तरह मदद की जाए, अस्पताल में काम कर रहे लोगों की किस तरह मदद की जाए, जो भी इस जंग में आगे बढ़कर काम कर रहे हैं, उन सब की किस तरह मदद की जाए।' बता दें कि अख्तर ने बुधवार को कहा था कि कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जंग के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच खाली स्टेडियम में वनडे इंटरनेशनल सीरीज कराई जाए और इससे इकट्ठा होने वाले फंड को भारत और पाकिस्तान की सरकार में बराबर बांट दिया जाए, जिसे वो इस महामारी के खिलाफ जंग में इस्तेमाल कर सकें।