नई दिल्ली। दुनिया भर में फैली महामारी कोरोना वायरस के बीच करीब 4 महीने से ठप्प पड़े क्रिकेट के बाद इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई। इस टेस्ट सीरीज के पहले मैच में कैरिबियाई टीम ने जीत हासिल की लेकिन उसके बाद मैनटेस्टर में खेले गये दोनों मैच में हार का सामना करना पड़ा। फलस्वरूप 3 दशक बाद ऐतिहासिक सीरीज की जीत की दहलीज पर खड़ी कैरिबियाई टीम को एक बार फिर से इंग्लैंड की टीम के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
इसको लेकर वेस्टइंडीज के दिग्गज तेज गेंदबाज कर्टनी वॉल्श ने अपनी बात रखते हुए टीम के हारने का कारण बताया तो साथ ही कप्तान जेसन होल्डर के निर्णय पर भी सवाल उठाया।
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कर्टनी वॉल्श का मानना है कि वेस्टइंडीज टीम के लिये कप्तान जेसन होल्डर ने लगातार दूसरे और तीसरे मैच में टॉस जीता लेकिन इसके बावजूद उन्होंने पहले बल्लबाजी करने का फैसला नहीं किया। वॉल्श ने होल्डर के डिफेंसिव रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि मैच जीतने के बजाय बचाने की कोशिश में खेलने के चलते टीम को सीरीज गंवानी पड़ी।
स्कॉई स्पोर्टस से बात करते हुए वॉल्श ने कहा,'वे संभवत: सोच रहे थे कि हम 1-0 से आगे हैं, चलो सुरक्षित होकर खेलते हैं और अगले दो टेस्ट में हार से बचने की कोशिश करते हैं और मुझे लगता है कि यहां उन्होंने वह किया जो इंग्लैंड चाहता था। दो बार टॉस जीतना और बल्लेबाजी नहीं करना, यह अच्छा सवाल है जिनका उन्हें जवाब देना है। मुझे लगता है कि हमने संभवत: इससे श्रृंखला गंवा दी। लेकिन इसके बावजूद आप इंग्लैंड से श्रेय नहीं छीन सकते। उन्होंने शानदार क्रिकेट खेला। उनके पास कुछ शीर्ष स्तरीय गेंदबाज हैं और ब्रॉड दूसरे टेस्ट में खुद को साबित करने के इरादे से उतरे और फिर इस लय को जारी रखा। एक बार लय में आने के बाद इंग्लैंड ने दबदबा बनाया।'
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वॉल्श ने सीरीज में इंग्लैंड की ओर से की गई जबरदस्त वापसी की भी तारीफ की और कहा कि वेस्टइंडीज की टीम ने वही सब किया जो कि इंग्लैंड चाहती थी। आपको बता दें कि वेस्टइंडीज की टीम ने साउथैम्पटन में खेले गये पहले टेस्ट मैच में 4 विकेट से जीत हासिल की थी जिसके बाद उसे मैनचेस्टर में खेले गये दोनों टेस्ट मैचों में हार का सामना करना पड़ा। इसके चलते विजडन ट्रॉफी एक बार फिर से इंग्लैंड के पास ही है।