नई दिल्ली। धर्मशाला वनडे में न्यूजीलैंड टीम की बैंड बजाने वाले बॉलर हार्दिक पांड्या की लाइफ में 16 अक्टूबर की तारीख शायद गोल्डेन अक्षरों से लिखी जाएगी, इसलिए नहीं कि इस दिन उन्होंने अपनी लाइफ का पहला इंटरनेशनल वनडे मैच खेला बल्कि इसलिए इस दिन ने उन्हें महान गेंदबाज कपिल देव के साथ बराबरी में खड़ा कर दिया है।
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अब आप कहेंगे कि ये कैसे संभव है.. कहां महान खिलाड़ी कपिल देव और कहां अभी क्रिकेट की पिच पर खुद को बेस्ट साबित करने में जुटे होनहार हार्दिक पांड्या.. लेकिन ऐसा हुआ है..और वो भी कल यानी 16 अक्टूबर को। दरअसल हार्दिक पांड्या ने 16 अक्टूबर को धर्मशाला में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वन-डे में अंतरराष्ट्रीय वन-डे डेब्यू किया। हार्दिक को वन-डे कैप पहनाई की भारत के पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान कपिलदेव ने। पांड्या ने अपने पहले वनडे मैच में 31 रन देकर 3 विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच बने।
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तो वहीं आज से करीब 38 साल पहले 1978 में 16 अक्टूबर को कपिल देव ने फैसलाबाद में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था और पाकिस्तानियों को धूल चटाई थी,हालांकि उन्हें एक ही विकेट मिला था लेकिन उनकी सधी हुई गेंदबाजी के कारण ये टेस्टमैच ड्रा हो गया था। इसके बाद कपिल देव ने क्रिकेट के क्या-क्या किया, ये हमें बताने की जरूरत नहीं। मालूम हो कि दुनिया के महान ऑलराउंडरों में शामिल कपिल देव ने 131 टेस्ट मैचों में 31.05 की औसत से 5248 रन और 225 वन-डे में 23.79 की औसत से 3783 रन बनाने के साथ 27.45 की औसत से 253 विकेट लिए हैं।
मैन ऑफ द मैच का अवार्ड लेने के बाद जब प्रस्तोता रवि शास्त्री ने पांड्या को उनका और कपिल का ये स्पेशल कनेक्शन बताया तो पांड्या की आंखें खुशी से छलछला उठीं और उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा मैं तो उनकी धूल के बराबर भी नहीं लेकिन हां मैं पूरी कोशिश करूंगा कि एक दिन मैं भी उनकी तरह देश का नाम रौशन कर सकूं।