सिद्धू ने किया था डेब्यू
यह मैच नवजोत सिंह सिद्धू के लिए भी खास है क्योंकि उन्हें इसी मैच के जरिए टेस्ट में डेब्यू करने का माैका मिला था। टीम के कप्तान उस समय कपिल देव थे। दूसरे सिख टीम में शामिल थे तेज गेंदबाज बलविंदर सिंह संधू। उनके लिए यह आखिरी टेस्ट साबित हुए। वहीं तीसरे सीख खेले थे लेफ्ट आर्म स्पिनर मनिंदर सिंह, जबकि इनके अलावा सिख क्रिकेटर गुरशरण सिंह सब्स्टीट्यूट के तौर पर मैदान पर उतरे।
ऐसा रहा था इनका प्रदर्शन
विंडीज टीम 6 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने के लिए भारत आई थी। भारत हालांकि इस मैच को 138 रनों से हारकर सीरीज में 2-0 से पिछड़ गया था। नवजोत सिंह सिद्धू ने पहली पारी में 15 और दूसरी पारी में 4 रन बनाए थे। वहीं बलविंदर ने विंडीज की दूसरी पारी में 1 विकेट, मनिंदर सिंह ने पहली पारी में 4 विकेट हासिल किए थे। वहीं गुरशरण सिंह ने सब्स्टीट्यूट फील्डर के तौर पर मैच में कुल 4 कैच लपके। कमाल की बात है कि उन्होंने फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर ये कैच पकड़े। इस मैच में तेज गेंदबाज रोजर बिन्नी को पीठ में दर्द की वजह से मैदान छोड़ना पड़ा. उनकी जगह फील्डिंग के लिए गुरशरण सिंह उतरे।
हार गए थे मैच
बता दें कि इस मैच में विंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 281 रन बनाए थे, लेकिन जवाब में भारत के बल्लेबाज 241 ही बना सके। मामूली बढ़त के साथ विंडीज ने 201 रन बनाकर भारत के सामने 241 रनों का लक्ष्य रखा था लेकिन भारतीय टीम 103 पर ढेर होकर 138 रनों से मैच हार गई थी।