नई दिल्ली। सचिन तेंदुलकर को बताैर ओपनर तैयार करने का श्रेय पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन को ही जाता है। सचिन ने जब टीम में इंट्री की थी तो उन्हें मिडिल ऑर्डर के लिए आजमाया जाता था, लेकिन वो अजहरुद्दीन ही थे जिन्होंने सचिन को ऊपर आने का माैका दिया। एक समय ऐसा थी था जब इसके उन्हें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) से डांट पड़ी थी।
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अजहरुदीन ने खुलासा किया कि 1998 में सिलेक्टर्स ने बांग्लादेश के खिलाफ सचिन को नंबर चार पर बल्लेबाजी करवाने के लिए कहा था, लेकिन मैंने उसे ओपनिंग के लिए भेज दिया। उन्होंने कहा, ''मैंने सचिन को चौथे नंबर पर बैटिंग करने भेजा और वहां भी उसने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए 80 के करीब रन बनाए। लेकिन मुझे अहसास हुआ कि यह पोजीशन उसके लिए नहीं है और मैंने दोबारा उन्हें ओपनिंग पर भेजा। फिर जब हम वापस भारत लाैटे तो मुझे बीसीसीआई से डांट पड़ी।
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अजहरुदीन का अहम रोल
सचिन के करियर में अजहरुद्दीन का अहम रोल रहा है।अजहर ने बताया कि उनके करियर का सबसे बड़ा फैसला सचिन को ओपनिंग के लिए भेजना था। उन्होंने कहा, ''सचिन बहुत अच्छा खेल रहा है।वह शुरुआत में मेरे पास ओपनिंग करने की बात करने नहीं आया लेकिन तब मुझे अहसास हुआ चूंकि वह आक्रामक बल्लेबाज है इसलिए नंबर चार या पांच पर बल्लेबाजी करना और 30-40 रन बनाना, यह स्थान उसके लिए ठीक नहीं। फिर नवजोत सिंह सिद्धू एक मैच में चोटिल हो गए और मैंने टीम मैनेजर अजीत वाडेकर से बात की और उनसे सचिन को ऊपर लाने की सिफारश की।'' अजहर ने कहा, ''हमें लगा कि खिलाड़ी को मौका जरूर दिया जाना चाहिए और इसका हमें फायदा भी हुआ।''