नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मेहंद्र सिंह धोनी मैदान पर शांत तरीके से खेलने के लिए जाने जाते हैं। जब वो कप्तान थे तो बिना गुस्सा किए नाजुक हालात में मैच का पासा पलट देते थे। अगर किसी खिलाड़ी की वजह से मैच हाथ से निकल भी जाए तब भी धोनी शांत ही दिखते थे। इसीलिए इन्हें कैप्टन कूल नाम से भी जाना जाता है। लेकिन कप्तानी छोड़ने के बाद धोनी का गुस्सा दिखने लगा। यहां तक कि पिछले साल आईपीएल में वह अंपायर से भिड़ने के लिए मैदान में आ गए थे। अब भारतीय स्पिनर युजवेंद्र चहल ने भी उस किस्से को सुनाया जब उन्हें धोनी के गुस्से का शिकार होना पड़ा था।
कुलदीप ने मशहूर एंकर और कमेंटेटर जतिन सप्रू के साथ वीडियो इंटरव्यू के दौरान बताया कि दिसंबर 2017 में श्रीलंका के खिलाफ टी20 मैच के दौरान धोनी ने उनकी बात नहीं सुनने पर कुलदीप को मैदान पर डांटा था। 2017-18 सीजन में श्रीलंका के भारत दौरे पर इंदौर में खेले गए दूसरे टी20 मैच के दौरान कुसल परेरा के खिलाफ कुलदीप को जमकर मार पड़ रही थी। श्रीलंकाई पारी के 13वें ओवर में परेरा ने कुलदीप की दूसरी गेंद पर बैकवर्ड प्वाइंट की तरफ चौका जड़ा। जिसके बाद धोनी ने कुलदीप ने धोनी को फील्डिंग में बदलाव के लिए कहा।
ये हैं IPL में बने वो 5 रिकाॅर्ड जिनका टूटना है मुश्किल, एक बनाया था सचिन ने
लेकिन कुलदीप ने धोनी की बात नहीं सुनी और अगली गेंद पर परेरा ने स्लॉग स्वीप लगाकर छह रन कमाए। गेंद से पहले धोनी विकेट से पीछे से 'दूर-दूर' चिल्ला रहे थे, दरअसल वो कुलदीप से फुल लेंथ गेंद ना कराने के लिए कह रहे थे लेकिन उनकी ये सलाह भी अनसुनी रही। छक्का पड़ने के बाद धोनी कुलदीप के पास आए। कुलदीप ने बताया कि धोनी ने उनसे कहा 'पागल हूं 300 वनडे खेला हूं, जो समझा रहा हूं यहां पर'। जिसके बाद कुलदीप घबरा गए। हालांकि अपने अगले ओवर में कुलदीप ने एक-दो नहीं बल्कि तीन विकेट लिए, जिसमें कुसल परेरा का विकेट भी शामिल था। एक ओवर में तीन विकेट खोने के बाद श्रीलंकाई टीम कमजोर पड़ गई और 261 के लक्ष्य के जवाब में मेहमान टीम 172 रन पर ढेर हो गई।
सचिन के बर्थडे पर BCCI ने याद की उनकी यह पारी, दिग्गजों ने भी दी ऐसे शुभकामनाएं
मैच जीतने के बाद कुलदीप बस में धोनी के पास बैठे और उनसे पूछा कि 'माही भाई आपको कभी गुस्सा आता है क्या?' जवाब में धोनी ने कहा, 'नहीं, मुझे 20 साल हो गए गुस्सा आए। अब मुझे अनुभव है तो मुझे लगता है कि मुझे बोलना चाहिए। और जब कोई सुनता नहीं तो मैं डांटता हूं, तुमने गुस्सा मेरा अभी देखा नहीं बेटा'। कुलदीप ने बताया कि धोनी ने उनसे ये भी कहा कि जब वो रणजी मैच खेला करते थे तो उन्हें काफी गुस्सा आता था लेकिन उन्होंने इस पर नियंत्रण किया।