नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी और पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग आज अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं। दुनिया के सबसे सफल ओपनर्स में से एक वीरेंदर सहवाग ने अपने करियर के दौरान कआ शानदार रिकॉर्ड अपने नाम किये और न सिर्फ फैन्स का बल्कि दुनिया भर के लोगों का मनोरंजन करते नजर आये। इस दौरान सहवाग ने भारतीय टीम के लिये कप्तानी करने का काम भी किया है और कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिये।
इसके साथ ही सहवाग ने अपने करियर के दौरान वनडे क्रिकेट का सबसे बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम भी कर लिया जो कि आज तक कोई भी कप्तान नहीं कर सका है।
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साल 2011 में विश्व कप खत्म होने के बाद भारतीय टीम वेस्टइंडीज केे खिलाफ 5 मैचों की सीरीज खेल रही थी। इस सीरीज के दौरान टीम की कमान कप्तान एमएस धोनी के बजाय वीरेंद्र सहवाग संभाल रहे थे। भारतीय टीम इस सीरीज में 2-1 से आगे थी और चौथा मैच इंदौर में खेला जाना था।
भले ही भारतीय टीम पहले 3 मैचों में जीत कर आगे थी लेकिन वीरेंद्र सहवाग का बल्ला शांत रहा था लेकिन चौथे वनडे में उनके बल्ले ने जमकर आग बरसाई और सहवाग ने इस मैच में पहला दोहरा शतक लगाया। इस मैच में सहवाग वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले दूसरे खिलाड़ी बने और इस मैच में 149 गेंदों पर 25 चौके और 7 छक्कों की मदद से 219 रन बनाये।
सहवाग ने अपनी इस पारी के साथ वनडे क्रिकेट का सबसे बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया और वनडे क्रिकेट में बतौर कप्तान दोहरा शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बने। उनके अलावा आज तक कोई दूसरा कप्तान यह कारनामा नहीं कर सका है।
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गौरतलब है कि वनडे क्रिकेट में अब तक रोहित शर्मा, क्रिस गेल, मार्टिन गप्टिल, फखर जमां और सचिन तेंदुलकर ने दोहरा शतक लगाने का काम किय़ा है। जबकि अकेले हिटमैन रोहित ने यह कारनामा 3 बार किया है। सहवाग ने अपनी इस पारी के बारे में सालों बाद बात करते हुए खुलासा किया कि कैसे सुनील गावस्कर के एक कमेंट के बाद उन्होंने यह दोहरा शतक लगाया था।
'वीरू की बैठक' शो में सहवाग ने इस पारी का जिक्र करते हुए इस बारे में बताया था। भारत ने वह सीरीज 4-1 से अपने नाम की थी। वीरू ने अपने इस शो में डेब्यू मैच का भी जिक्र किया है, जब वह शोएब अख्तर की तेज गेंदबाज को समझ ही नहीं पाए थे।