तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts
 

किस्सा खेल का- जब 1996 वर्ल्ड कप में दर्शकों ने स्टेडियम में लगा दी आग

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट फैंस की उम्मीदें फिर से जाग उठी हैं कि इस बार 'विराट सेना' के राज में टीम आईसीसी विश्व कप 2019 का खिताब अपने नाम करे। अभी तक कपिल देव(1983) और महेंद्र सिंह धोनी(2011) ने अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को खिताब दिलाया। लेकिन इस बार बारी विराट कोहली की, जिनके कंधों पर खिताब दिलाने की जिम्मेदारी है। अगर टीम कहीं चूक जाती है तो दर्शकों की नाराजगी भी देखने को मिलती है। भारत को अपना पहला मैच 5 जून को साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेलना है पर इससे पहले टीम वाॅर्म-अप मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ चारों खाने चित्त होती दिखी। टीम ने अपने चाहने वालों को चिंता में डाल दिया कि कहीं तेज पिचों पर फिर वही हाल ना हो जो पहले हुआ करता था। भारत कोई मैच जीतता है तो फैंस जश्न मनाने का माैका नहीं छोड़ते, लेकिन विश्व कप में एक बार ऐसा समय भी देखने को मिला था जब भारतीय टीम हारी तो नाराज फैंस ने स्टेडियम में आग लगा दी थी।

हार की ओर जा रहा था भारत

हार की ओर जा रहा था भारत

यह वाक्या देखने को मिला था 1996 के विश्व कप में। 13 मार्च को भारत-श्रीलंका के बीच यह सेमीफाइनल मुकाबला कोलकाता के ईडन गार्डन में हुआ। भारत ने टाॅस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। भारतीय टीम की कमान थी मोहम्मद अजहरुद्दीन के हाथों में। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 8 विकेट पर 252 रनों का लक्ष्य रखा। फैंस को उम्मीदें थीं कि 1983 वर्ल्ड कप का खिताब जीतने वाली भारतीय टीम श्रीलंका को हराएगी, लेकिन सब इसके उलट हुआ। 252 रनों का लक्ष्य करने उतरी भारतीय टीम ने पहला विकेट टीम के 8 स्कोर पर नवजोत सिद्धू के रूप में गिरा। उसके बाद सचिन तेंदुलकर और संजय मांजरेकर ने टीम का स्कोर आगे बढ़ाया, लेकिन जैसे ही सचिन 65 रन बनाकर आउट हुए उसके बाद भारतीय टीम ताश के पत्तों की तरह बिखरने लगी।

ब्रायन लारा ने बताया कैसे जसप्रीत बुमराह को किया जा सकता है परेशान

गुस्से में लगा दी थी आग

गुस्से में लगा दी थी आग

टीम का स्कोर 120 रन पर 8 विकेट हो गया। ऐसे में दर्शकों को लगा कि अब भारत का यह मैच जीत पाना मुश्किल है। गुस्साए दर्शकों ने स्टेडियम में बवाल करना शुरु कर दिया और मैदान पर बोतलें फेंकना शुरू कर दीं, जिसके कारण तुरंत मैच को रोकना पड़ा। हद तो तब हो गई थी, जब दर्शकों ने स्टेडियम में आग लगा दी। कुछ दर्शकों ने सीटों को आग के हवाले कर दिया। इस घटना के बाद भारतीय क्रिकेट को बदनामी सहनी पड़ी और क्रिकेट जगत में इसकी आलोचना होने लगी।

श्रींलका हुआ था विजयी घोषित

श्रींलका हुआ था विजयी घोषित

हंगामा ज्यादा बढ़ता देख मैच रेफरी ने खेल को वहां ही रोक दिया और कुछ ही मिनटों में श्रीलंका को विजेता घोषित कर दिया। इसी के साथ भारतीय टीम फाइनल में प्रवेश करने से चूक गई, वहीं श्रीलंका ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर पहली बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम कर लिया। हार से निराश पूरी भारतीय टीम मैदान पर फूट-फूट कर रोने लगी। दुख विनोद कांबली को भी लगा था क्योंकि उन्होंने उस समय कम उम्र में वर्ल्ड कप खेलने का अपना सपना पूरा किया था। कांबली 10 रनों पर नाबाद थे, उन्हें तभी भी जीत की उम्मीद थी। लेकिन दर्शकों के विवाद ने उनके सपनों पर पानी फेर दिया।

विश्व कप 2019 : पाकिस्तानी क्रिकेटरों को मिली पत्नियां साथ रखने की अनुमति, लेकिन भारत के खिलाफ...

Story first published: Sunday, May 26, 2019, 17:45 [IST]
Other articles published on May 26, 2019
POLLS
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Yes No
Settings X