तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts
 

वो क्रिकेटर्स जो टीम में थे एक-दूसरे के बड़े दुश्मन, लिस्ट में भारतीय भी हैं

स्पोर्ट्स डेस्क (नोएडा) : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अक्सर ऐसे खिलाड़ियों की जोड़ी देखी जाती है जो बहुत अच्छे दोस्त होते हैं। इनमें महेला जयवर्धने-कुमार संगकारा, एमएस धोनी-आरपी सिंह शामिल हैं। फिर अक्सर यह दोस्ती टीम के खिलाड़ियों के साथ ही नहीं दूसरी टीम के खिलाड़ियों से भी लगती है। एबी डिविलियर्स, विराट कोहली इसका एक अच्छा उदाहरण हैं। लेकिन एक ही टीम में कुछ ऐसे खिलाड़ी भी होते हैं जो कभी एक-दूसरे के साथ ज्यादा प्यार में नहीं रहे, बल्कि दुश्मन की तरह उनकी प्रतिक्रिया भी दिखने को मिली। काैन हैं वो खिलाड़ी आइए जानें-

फेमस एक्ट्रेस रश्मिका बोलीं- मैं कोहली की फैन नहीं हूं, ये खिलाड़ी मेरा हीरो हैफेमस एक्ट्रेस रश्मिका बोलीं- मैं कोहली की फैन नहीं हूं, ये खिलाड़ी मेरा हीरो है

1. शेन वॉर्न और एडम गिलक्रिस्ट

1. शेन वॉर्न और एडम गिलक्रिस्ट

अनुभवी ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर-बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट और अनुभवी स्पिनर शेन वार्न के बीच अच्छा तालमेल नहीं रहा। गिलक्रिस्ट के ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए पदार्पण करने से पहले उनके बीच बहस हुई थी। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, वॉर्न इस बात से नाराज थे कि गिलक्रिस्ट को पहले अपने करीबी दोस्त डैरेन बेरी की जगह ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह मिल गई थी।

वार्न ने पुरा कप में विक्टोरिया के खिलाफ पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया टीम के घरेलू मैच में गिलक्रिस्ट को स्लेज भी किया था। साथ ही, 2000 के आसपास उनका रिश्ता और बिगड़ गया। उस समय, वार्न ने एक अंग्रेजी नर्स को एक विवादास्पद संदेश भेजा था जिसके कारण उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम की उप-कप्तानी गंवानी पड़ी थी। गिलक्रिस्ट को उनकी जगह उपकप्तान बनाया गया। वॉर्न ने ट्रिपल एम को दो साल पहले अपने रिश्ते के बारे में बताया था कि उन्हें कुछ दिक्कतें थीं। इसके अलावा, उन्होंने कभी एक-दूसरे की ओर नहीं देखा। लेकिन साथ ही वॉर्न ने कहा कि अगर आप असहमत हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप उस व्यक्ति से नफरत करते हैं। जब हम कमेंट करते हैं तो हम एक दूसरे के साथ अच्छा भी व्यवहार करते हैं।

2. केविन पीटरसन, एंड्रयू स्ट्रॉस और एलेस्टेयर कुक -

2. केविन पीटरसन, एंड्रयू स्ट्रॉस और एलेस्टेयर कुक -

इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज केविन पीटरसन के मामले को लेकर कई बार विवाद हो चुके हैं। 2011 तक, पीटरसन का करियर अच्छा चल रहा था, लेकिन अपने करियर के आखिरी तीन सालों में उनके और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के बीच तकरार बढ़ गई थी। 2012 में, पीटरसन ने दक्षिण अफ्रीकी टीम को एक भड़काऊ संदेश भेजा। संदेश में उस समय इंग्लैंड के कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस और कोच एंडी फ्लावर के नाम भी शामिल थे। इसलिए उन्हें अगले टेस्ट के लिए हटा दिया गया। इसके बाद पीटरसन और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के बीच विवाद बढ़ गया।

स्ट्रॉस के बाद कुक को इंग्लैंड का कप्तान भी बनाया गया। लेकिन कुक और पीटरसन के बीच 2013-14 एशेज सीरीज के बाद भी तनावपूर्ण संबंध थे। इस सीरीज में इंग्लैंड को 0-5 से हार का सामना करना पड़ा था। पीटरसन ने भी सीरीज में 294 रन बनाए। लेकिन इसी बीच पीटरसन और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के बीच विवाद गरमाता जा रहा था। इसलिए उनके मामले में, इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें छोड़ने का फैसला किया, जिसका कुक ने समर्थन किया। करीब एक साल बाद इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष एंड्रयू स्ट्रॉस ने कहा कि पीटरसन का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खत्म हो गया है। इस सबने कुक और पीटरसन के बीच की खाई को चौड़ा किया।

3. साइमन कैटिच और माइकल क्लार्क -

3. साइमन कैटिच और माइकल क्लार्क -

2009 में, सिडनी में, ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर माइकल क्लार्क पारंपरिक 'अंडर द सदर्न क्रॉस' गाने से पहले अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए ड्रेसिंग रूम छोड़ने की कोशिश कर रहे थे। इससे साइमन कैटिच और क्लार्क के बीच झगड़ा हो गया। कैटिच ने क्लार्क की गर्दन पकड़ रखी थी। उस समय टीम के साथियों ने दोनों को अलग कर दिया था। क्लार्क के कप्तान बनने के कुछ दिनों बाद कैटिच को टीम से बाहर कर दिया गया था।

4. शोएब अख्तर और मोहम्मद आसिफ -

4. शोएब अख्तर और मोहम्मद आसिफ -

शोएब अख्तर पाकिस्तान क्रिकेट में एक विवादास्पद व्यक्ति रहे हैं। हालांकि उन्होंने अपने करियर में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन उनके कई साथियों के साथ उनका विवाद रहा है। 2007 में पहले टी20 वर्ल्ड कप के दौरान भी ड्रेसिंग रूम में उनकी और पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ के बीच बहस हो गई थी। अख्तर ने उस वक्त आसिफ के पैर में बल्ले से वार किया था। गनीमत रही कि आसिफ गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ। लेकिन इसने अख्तर को वापस पाकिस्तान भेज दिया। उस वक्त अख्तर ने बाद में आसिफ से माफी मांगी थी। लेकिन साथ ही उन्होंने विवाद के लिए शाहिद अफरीदी को जिम्मेदार ठहराया। लेकिन अफरीदी ने आरोपों से इनकार किया और आरोपों पर आश्चर्य जताया।

5. हरभजन सिंह और एस श्रीसंत

5. हरभजन सिंह और एस श्रीसंत

आईपीएल के पहले सीजन में श्रीसंत और हरभजन सिंह के बीच हुआ झगड़ा तो सभी को याद होगा। उस सीजन में किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेल रहे श्रीसंत के कान में मुंबई इंडियंस के लिए खेलने वाले हरभजन सिंह ने थप्पड़ मारा था। उसके बाद श्रीसंत रोते हुए नजर आए। उस घटना के बाद उस आईपीएल सीज़न के लिए हरभजन पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन घटना के तुरंत बाद हरभजन किंग्स इलेवन पंजाब के ड्रेसिंग रूम में गए और श्रीसंत से माफी मांगी। विवाद को 12 साल हो चुके हैं और दोनों क्रिकेटर अब आगे बढ़ चुके हैं। इसके लिए हरभजन कई बार माफी भी मांग चुके हैं।

6. गौतम गंभीर-एमएस धोनी

6. गौतम गंभीर-एमएस धोनी

धोनी पर लगे गंभीर आरोपों को लेकर यह जोड़ी इन दिनों चर्चा में है। दोनों टीम में कई सालों तक एक साथ खेले हैं। लेकिन धोनी के कप्तान बनने के बाद अफवाहें थीं कि दोनों कभी-कभी भिड़ जाते हैं। लेकिन अब जब गंभीर संन्यास ले चुके हैं तो धोनी की अक्सर आलोचना होती रही है। उन्होंने कुछ दिन पहले 2011 विश्व कप में विजयी छक्का लगाने के लिए धोनी की आलोचना की थी। क्रिकइन्फो वेबसाइट ने धोनी की छक्का लगाते हुए एक तस्वीर साझा करते हुए कहा, "2011 में इस एक शॉट ने लाखों भारतीयों को खुश कर दिया।"

गंभीर ने इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट लेकर उस पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था, "क्रिकइन्फो आपको याद दिलाता है कि यह विश्व कप पूरे भारत ने जीता था। इसमें सभी भारतीय खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ शामिल हैं। लंबे समय से आप सिर्फ एक छक्के पर अटके हुए हैं।'' उस वर्ल्ड कप फाइनल में गंभीर ने 97 रन बनाए थे। धोनी 91 रन बनाकर नाबाद रहे। उस वक्त दोनों के बीच 109 रन की पार्टनरशिप हुई थी। इतना ही नहीं, गंभीर ने यह भी कहा था कि यह धोनी ही थे जिन्होंने इस विश्व कप के फाइनल में शतक बनाया था। गंभीर ने कहा था कि तत्कालीन कप्तान धोनी ने उन्हें शतक पूरा करने के बारे में याद दिलाया था जिससे उन्हें भ्रम हुआ और परिणामस्वरूप उन्हें विकेट गंवाना पड़ा।

इससे पहले गंभीर ने 2012 की सीबी सीरीज में तत्कालीन भारतीय कप्तान धोनी द्वारा लिए गए फैसलों की आलोचना की थी। उस समय भारतीय टीम के पास तीन सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर थे। इसलिए धोनी ने टीम में केवल दो सलामी बल्लेबाजों को मौका देने का फैसला किया, क्योंकि वह ऑस्ट्रेलिया में 2015 विश्व कप के लिए युवा खिलाड़ियों को मौका देना चाहते थे। लेकिन यह फैसला गंभीर को रास नहीं आया।

Story first published: Saturday, June 5, 2021, 0:02 [IST]
Other articles published on Jun 5, 2021
POLLS
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Yes No
Settings X