नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट में नंबर चार पर बल्लेबाजी की गुत्थी अभी सुलझी भी नहीं थी कि विकेटकीपर को लेकर दूसरी माथापच्ची सामने आ गई। ये उलझन महेंद्र सिंह धोनी के साइड हो जाने के बाद आई है। यह तय है कि धोनी अब केवल गिने-चुने ही मैचों में टीम के साथ होंगे। ऐसे में चयनकर्ताओं ने पंत को टी20 विश्व कप तक तराशने के लिए अधिक मौके देने का फैसला किया है। सीमित ओवरों के प्रारूप में पंत ही नंबर वन पसंदीदा विकेटकीपर होंगे लेकिन टेस्ट क्रिकेट में मामला अलग बना हुआ है। यहां टीम ने ऋद्धिमान साहा को भी विकेटकीपर के तौर पर रखा हुआ है।
साहा एक समय भारतीय टीम के नियमित टेस्ट विकेटकीपर होते थे लेकिन हैमस्ट्रिंग, अंगूठे और कंधे की समस्या के चलते वे लंबे समय तक मैदान से दूर रहे। 34 साल के इस विकेटकीपर ने अपना अंतिम टेस्ट मैच साल 2018 की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था। उसके बाद पंत ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विकेटकीपिंग की थी और शतक भी जमाया था। ऐसे में बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि टीम प्रबंधन टेस्ट क्रिकेट में किसको पहली पसंद के विकेटकीपर के तौर पर देखना चाहता है।
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इस बारे में क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले ने एक सवाल उठाते हुए अपनी राय भी दी है। उन्होंने कहा है- 'मैं उम्मीद करता हूं चयनकर्ताओं को यह स्पष्ट है कि टेस्ट क्रिकेट में नंबर एक विकेटकीपर कौन है।' भोगले ने आगे साफ किया कि साहा, पंत से बेहतर विकेटकीपर हैं। लेकिन अगर पंत ही वह विकेटकीपर हैं जिसके साथ चयनकर्ता जाना चाहते हैं तो फिर साहा को साथ रखने से ज्यादा कुछ हासिल नहीं होने वाला है।
आपको बता दें कि साहा जहां अभी तक 32 टेस्ट मैच खेल चुके हैं तो वहीं पंत ने 9 ही मैच खेले हैं। पंत की विकेटकीपिंग को लेकर एक दो मौकों पर मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने भी चिंता जाहिर की है। टेस्ट क्रिकेट में खासकर विशेषज्ञ खिलाड़ी की ही भूमिका निर्णायक होती है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम साहा के ऊपर पंत को वरीयता देती है या नहीं।