आईपीएल 2021 में नहीं खेले एक भी मैच
आईपीएल 2020 के दौरान जब हरभजन से सवाल किया गया कि वो संन्यास क्यों नहीं ले रहे हैं, तो उन्होंने कहा था कि जब तक उन्हें यह महसूस होता रहेगा कि वो क्रिकेट खेल सकते हैं और खेल के लिये फिट हैं इस बात का सवाल ही नहीं उठता। हालांकि इस सीजन के बाद चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने उन्हें अपने खेमे से रिलीज कर दिया और वो कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम के साथ जुड़े। आईपीएल 2021 के पहले लेग के दौरान केकेआर की टीम ने अपने शुरुआती मैच चेन्नई की स्पिन फ्रैंडली पिच पर खेले जहां पर उन्हें आरसीबी के खिलाफ सिर्फ एक ही मैच में खेलने का मौका मिला जिसमें वो काफी महंगा साबित हुए और 4 ओवर के स्पेल में बिना कोई विकेट लिये 38 रन लुटा दिये। इसके बाद उन्हें दोबारा प्लेइंग 11 में मौका नहीं मिला। हरभजन सिंह की टीम फाइनल में जरूर पहुंची लेकिन उन्हें पूरे सीजन के दौरान सिर्फ एक ही मैच में खेलने का मौका मिला।
इस वजह से हरभजन ने लिया संन्यास का फैसला
ऐसे में जब आईपीएल 2022 के लिये सभी टीमें मेगा ऑक्शन की तैयारियों में जुटी हुई हैं तो हरभजन सिंह को भी इस बात का एहसास है कि अगर वो ऑक्शन में जाते हैं तो किसी भी टीम की ओर से उन्हें बतौर खिलाड़ी रिटेन करने के आसार काफी कम हैं। इतना ही नहीं वो आईपीएल 2021 में खिलाड़ी से ज्यादा सलाहकार के रूप में काम करते नजर आये। केकेआर की टीम के नये सुपरस्टार वेंकटेश अय्यर को मौका मिलने और गेंदबाजी में वरुण चक्रवर्ती की घातक स्पिन के पीछे हरभजन का ही दिमाग रहा, जिसकी बदौलत कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम फाइनल तक पहुंच सकी। ऐसे में हरभजन सिंह ने अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कहते हुए एक नये सिरे से आईपीएल से जुड़ने का फैसला किया है।
इस नये रोल में नजर आयेंगे हरभजन सिंह
गौरतलब है कि हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आयी थी जिसमें हरभजन सिंह के आधिकारिक रूप से संंन्यास का ऐलान करने और आईपीएल 2022 के लिये स्पिन कंसलटेंट के रूप में जुड़ने की बात कही गई थी। ऐसे में जब हरभजन ने अपने 23 साल के क्रिकेटिंग करियर को अलविदा कह दिया है तो वह वक्त भी दूर नहीं जब उनके करियर के इस नये रोल पर भी आधिकारिक पुष्टि आयेगी। आपको बता दें कि रिपोर्ट में यह कहा गया है कि हरभजन सिंह ने आईपीएल 2022 के लिये एक फ्रैंचाइजी के साथ अपने स्पिन कंसलटेंट के रूप में जुड़ने को लेकर सारी बातें साफ कर ली हैं और करार के लिये महज औपचारिकतायें ही बची हुई हैं।