तो इस वजह से मिल रही है भारत को हार
इस बीच भारतीय टीम के सीमित ओवर के नये कप्तान रोहित शर्मा ने आईसीसी टूर्नामेंट के नॉकआउट मैचों में मिलने वाली हार के पीछे की वजह का पता लगा लिया है और कहा कि हमें हर बार लगभग एक ही तरह से हार का सामना करना पड़ा है। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ सालों में भारत ने बेहतरीन तरीके से टूर्नामेंट का आगाज किया है लेकिन जब भी वो फाइनल स्टेज में पहुंची है उसे हार का सामना करना पड़ा है। 2017 की चैम्पियन्स ट्रॉफी में भारत को फाइनल में हार मिली थी, तो 2019 वनडे विश्वकप के सेमीफाइनल में भारत का सफर समाप्त हुआ था। आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में भारत को फिर से हार का सामना करना पड़ा था तो वहीं पर 2021 टी20 विश्वकप के लीग स्टेज से ही भारत बाहर हो गया था।
एक्स्ट्रा टाइम शो में बात करते हुए रोहित शर्मा ने भारत की इन सभी हार के बीच एक कॉमन वजह का जिक्र किया और बताया कि कैसे उसे दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा,'चैम्पियन्स ट्रॉफी (2017), वनडे विश्व कप (2019) और इस टी20 विश्वकप (2021) में भी हम शुरुआती दौर में मैच हारे हैं। हमारा टॉप ऑर्डर लड़खड़ाता है और फिर हम वापसी कर पाने में नाकाम रहते हैं। यह कुछ ऐसी चीज है जिसे आगे बढ़ते हुए मैं अपने दिमाग में रखने वाला हूं।'
ऐसी तैयारी के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं रोहित
भारतीय टीम के नये सीमित ओवर्स के कप्तान ने आगे बात करते हुए कहा कि हमें सबसे खराब परिस्थितियों के लिये तैयार रहना पड़ेगा। हमें उस परिस्थिति के लिये तैयार रहना होगा जब टीम का स्कोर 10/3 हो गया हो। ऐसा कहीं भी नहीं लिखा है कि अगर आपकी टीम का स्कोर 10/3 हो गया हो तो आप 180 या 190 के स्कोर पर नहीं पहुंच सकते हैं। मैं कुछ इस तरह से ही आगे बढ़ना चाहता हूं और टीम को इसके लिये तैयार करना चाहता हूं जहां पर वो ऐसी परिस्थितियों से बाहर निकलने में सक्षम हों।
रोहित शर्मा ने आगे बात करते हुए कहा कि वो 2022 के टी20 विश्वकप में आगे बढ़ते हुए अपनी टीम की क्षमता को टेस्ट करना चाहते हैं और ऐसी परिस्थितियों से उबरने के लिये तैयार करना चाहते हैं।
उम्मीद है चौथी बार नहीं होगा यह काम
उन्होंने कहा,'मान लीजिये आप सेमीफाइनल खेल रहे हैं और पहले दो ओवर्स में आपकी टीम का स्कोर 10/2 हो गया है, ऐसे में आप क्या करेंगे। इस परिस्थिति में हमारा क्या प्लान होना चाहिये। मैं चाहता हूं कि हमारे खिलाड़ी ऐसी परिस्थितियों के लिये तैयार हो सकें और खुद को ऐसी परिस्थितियों में डालकर उसका जवाब ढूंढ सकें। मैं इसी तरह से विश्वकप की तैयारी करना चाहता हूं। विश्वकप से पहले हमारे पास कुछ ऐसे ही मैच हैं, जिसमें मैं इसकी तैयारी करना चाहता हूं। आईसीसी टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 और पाकिस्तान के खिलाफ 2 मैचों में हम ऐसी ही परिस्थिति में हारे हैं। मुझे पता है कि उनकी गेंदबाजी यूनिट शानदार है और ऐसी चीजे हो सकती है लेकिन अगर हम तैयार रहेंगे तो बाहर भी आ सकते हैं। यह हमारे साथ 3 बार हो चुका है और उम्मीद है कि चौथी बार नहीं होगा।'