नई दिल्ली। रवि शास्त्री को मुख्य कोच चुनने के बाद यह भी फैसला हो गया कि काैन बल्लेबाजी कोच रहेगा और काैन गेंदबाजी कोच। एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली बीसीसीआई की सीनियर सेलेक्शन कमिटी ने गुरुवार को टीम के नए सपोर्ट स्टाफ का चुनाव करते हुए आर श्रीधर की एक बार फिर बतौर फील्डिंग कोच चुना। फील्डिंग कोच पद के लिए क्रिकेट इतिहास के सबसे महान फील्डर रहे दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी जॉन्टी रोड्स ने भी अप्लाई किया था लेकिन वो पीछे रह गए। हालांकि रोड्स ने इस पद पर जगह ना बना पाने के बाद दिल जीतने वाला बयान दिया है।
सपोर्ट स्टाफ के चयन की सूचना देते हुए प्रसाद ने क्रिकेट इतिहास के सबसे महान फील्डर रहे दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी जॉन्टी रोड्स को टीम का फील्डिंग कोच नहीं बनाए जाने के बारे में अजीबोगरीब बयान दे दिया था। जो आसानी से क्रिकेट प्रशंसकों के गले नहीं उतर रहा है। प्रसाद ने कहा था कि जॉन्टी रोड्स फील्डिंग कोच के रूप में चयन समिति की पहली पसंद नहीं थे। वहीं अब रोड्स ने जवाब दिया कि 'मैं इस बात को लेकर पक्की तौर पर कह सकता हूं कि मेरा इंटरव्यू श्रीधर के इंटरव्यू जितना अच्छा नहीं रहा होगा, जो पिछले कुछ सालों से इस पद पर हैं। खिलाड़ियों ने प्लान के साथ काम किया है और आप उनकी प्रोग्रेस देख सकते हैं। इंटरव्यू की बात करें तो he kicked my butt.'
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टीम इंडिया के फील्डिंग कोच पद के लिए आवेदन क्यों भरा था, इसका जवाब भी रोड्स ने दिया। उन्होंने कहा, 'एक फील्डिंग कोच के तौर पर मैंने कुछ साल दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए काम किया है। मैंने 2007 विश्व कप तक उसके लिए फील्डिंग कोच की जिम्मेदारी संभाली है। उसके बाद से मैंने बस भारत में काम किया है। मैं भारत में क्रिकेटिंग सेटअप से काफी फैमिलियर हूं।' भारत के फील्डिंग कोच के लिए रोड्स टॉप-थ्री कैंडिडेट्स में भी नहीं थे। श्रीधर के बाद अभय शर्मा का नाम था और उनके बाद टी दिलीप का।