एक थ्रो फेर गया पानी
अगर कहें तो फाइनल एक सही फाइनल जैसा हुआ जो रोमांच से भरा रहा और क्रिकेट इतिहास में जो कभी-कभार देखने को मिलता है। मैच सुपर ओवर तक गया। इंग्लैंड के लिए बेन स्टोक्स और व जोस बटलर आए। वहीं न्यूजीलैंड के लिए ओवर फेंकने आए ट्रेंट बोल्ट। लेकिन इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने 6 गेंदों में 15 रन बना दिए। अब न्यूजीलैंड को भी पहला खिताब जीतने के लिए 16 रन चाहिए थे। न्यूजीलैंड के लिए बल्लेबाजी करने आए मार्टिन गुप्टिल व जेमस नीशम। वहीं जोफ्रा आर्चर गेंदबाजी करने आए आए। इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने पहली 5 गेंदों में 14 रन बटोर लिए। आखिरी गेंद पर 2 रन चाहिए थे और क्रीज पर थे गुप्टिल। उन्होंने शाॅट खेला और रन के लिए दाैड़े। पहला रन पूरा करने के बाद गुप्टिल दूसरे रन के लिए भागे लेकिन जेसन राॅय ने सही समय में जोस बटलर को थ्रो फेंक दिया। बटलर ने कोई भी गलती ना करते हुए थ्रो लपकते हुए गुप्टिल को रन आउट कर दिया। इस रन आउट के साथ दोनों टीमों के सुपरओवर में 15-15 रन हुए लेकिन फिर बाउंड्री के हिसाब से इंग्लैंड जीत गया। इंग्लैंड ने मैच में 24 तो न्यूजीलैंड ने 15 बाउंड्री लगाई थीं।
सुपर ओवर टाई होने के बावजूद कैसे वर्ल्ड कप चैंपियन बना इंग्लैंड
आंसू नहीं रोक पाए गुप्टिल
गुप्टिल के रन आउट होने के साथ ही न्यूजीलैंड का खिताब जीतने का सपना भी टूट गया। हार का दर्द साफ झलक रहा था। गुप्टिल भी अपने आंसू रोक नहीं पाए, क्योंकि वो खुद को कोस रहे थे कि वो टीम को जीता सकते थे अगर दूसरा रन पूरा कर लिया होता। गु्प्टिल की आंखें नम पड़ चुकी थीं। हाैंसला टूट चुका था, लेकिन इस बीच इंग्लैंड के खिलाड़ी उन्हें संभालते हुए नजर आए। विश्व कप 2015 में दोहरा शतक लगाने के साथ-साथ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे मार्टिन गप्टिल ने इस वर्ल्ड कप में कुल मिलाकर 186 रन बनाए हैं, जिसमें एक 73 रन की पारी भी शामिल है।
ऐसा रहा था मैच
इससे पहले न्यूजीलैंड ने टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लेते हुए इंग्लैंड के सामने 242 रनों का लक्ष्य रखा। हेनरी निकोलस ने 55 तो टाॅम लाथम ने 47 रन बनाए। जवाब में इंग्लैंड टीम ने भी जोस बटलर की नाबाद 84 रनों की पारी की बदाैलत 50 ओवर में 241 रन बनाकर मैच टाई कर दिया। फिर जीत का फैसला सुपरओवर के टाई होने के बाद मैच में ज्यादा लगी बाउंड्री के साथ हुआ। यानि कि मैच में ज्यादा बाउंड्री लगाने वाली टीम विजयी घोषित हुई।
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