वेस्टइंडीज से बुरी तरह पिटा ऑस्ट्रेलिया-
निकोलस पूरन ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया था। मैन ऑफ द मैच साबित हुए लुईस ने अपनी पारी में 9 छक्के लगाए और निचले बैटिंग ऑर्डर के धराशाई होने के बावजूद वेस्टइंडीज सीरीज में अपना सबसे बड़ा स्कोर 199 रन बनाने में सफल रहा।
इसके जवाब में कंगारू बल्लेबाज 9 विकेट पर 183 रन ही बना सके। इस पारी में फैबियन एलन ने आरोन फिंच का एक हाथ से जबरदस्त कैच भी लपका। गेंदबाजी में आंद्रे रसेल और शेल्डन कॉट्रेल को 3-3 विकेट मिले।
टी20 वर्ल्ड कप में बाकी टीमों के लिए खतरे की घंटी-
वेस्टइंडीज के कप्तान निकोलस पूरन ने भी लुईस के धमाके के बीच 31 रनों का योगदान दिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए इस दौरे पर एड्रयू टाई ने पहला मैच खेला और 37 रन देकर तीन विकेट लिए जबकि एडम जांपा और मिशेल मार्श ने आपस में 2-2 विकेट बांटे।
ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में चार बदलाव किए थे। लेग स्पिनर मिशेल स्वेपसन को भी पहली बार टूर पर खेलने का मौका मिला जबकि जोश हेजलवुड और जोश फिलिपी की टीम में वापसी हुई। मिशेल स्टार्क को आराम दिया गया और रिले मेरेडिथ, डेन क्रिश्चियन व एश्टन टर्नर भी बाहर कर दिए गए।
आंद्रे रसेल की ऑलराउंड वापसी ने जोड़ा 'X फैक्टर'
इस सीरीज में मिशेल मार्श ऑलराउंड खेल के साथ छाए रहे जिन्होंने 5 मैचों में 219 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट 152 का रहा। वह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा रन और स्ट्राइक रेट के साथ बैटिंग करने वाले बल्लेबाज रहे। मार्श ने 11 की औसत से 8 विकेट भी लिए और वे दूसरे सर्वाधिक विकेट लेने वाले बॉलर साबित हुए। 5 मैचों में 12 विकेट लेकर टॉप करने वाले हेडन वॉल्श को मैन ऑफ द सीरीज दिया गया।
इस सीरीज के जरिए आंद्रे रसेल की भी वापसी हुई है जिन्होंने लगभग 200 की स्ट्राइक रेट से बैटिंग करते हुए 53.50 का औसत निकाला। इसके अलावा उन्होंने बॉलिंग में भी 6 विकेट चटकाए।
अब यह टीमें वनडे अभियान की शुरुआत करेंगी जहां पर ऑस्ट्रेलिया के पलटवार की पूरी उम्मीद है क्योंकि वेस्टइंडीज टेस्ट व वनडे प्रारूप में टी20 जितनी ताकतवर नहीं है। बारबाडोस के ब्रिजटाउन में होने जा रहा पहला मैच मंगलवार से खेला जाएगा।